बैठक में कहा गया कि मधेपुरा नगर परिषद में जल जमाव से निजात पाने के लिए वाटर ड्रेनेज सिस्टम पूर्ववर्ती महागठबंधन की सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं मधेपुरा के सदर विधायक प्रो. चंद्रशेखर के प्रयास से उपमुख्यमंत्री एवं नगर विकास मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने 72 करोड़ रूपया आवंटित किया गया। परंतु मधेपुरा शहर में घटिया नाला निर्माण कर आवंटित राशि का बंदर बांट किया जा रहा है । घटिया नाला निर्माण के संदर्भ में कई बार सदर विधायक प्रोo चंद्रशेखर द्वारा जिला पदाधिकारी एवं अन्य सक्षम पदाधिकारी से शिकायत की गई, बावजूद घटिया निर्माण जारी है ।
बैठक में उपस्थित लोगों ने कहा कि नाला निर्माण से पहले सड़कों का सीमांकन आवश्यक है, नाला निर्माण के लिए गड्ढा खोदकर वाटर लेवल की जांच करना, 4 इंच बालू डालकर लेवल मेंटेन करना, प्रथम श्रेणी के इंट से सोलिंग करना, पीसीसी ढलाई चार इंच करना, 10 से 12 एम एम मोटा छड़ लगाना, 6 से 8 इंच गैप में जाल बनाना, आम अवाम की जानकारी के लिए चल रहे सभी कार्य योजना का प्राक्कलन एवं कार्य योजनाओं की पट्टिका लगाना, छीनतय, राहजनी एवं मोटरसाइकिल लूट रोकने के लिए पुलिस गश्ती दल बढ़ाना आदि आवश्यक है ।
राजद नेता व सदर विधायक प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा कि किसी भी सूरत में नाला हो या सड़क घटिया निर्माण नहीं करने दिया जाएगा । उन्होंने कहा कि मधेपुरा के महान नागरिकों, बुद्धिजीवियों और छात्रों का सहयोग मिला तो निर्णायक संघर्ष का आगाज होगा ।
बैठक में डॉक्टर आरके पप्पू, सच्चिदानंद यादव, नगर परिषद उपाध्यक्ष पुष्पलता यादव, प्रो. अशोक यादव, गणेश मानव, रामकृष्ण यादव, गोपाल यादव,, आलोक कुमार मुन्ना, अमरेश कुमार यादव ,जयकांत यादव, गजेंद्र यादव , पंकज यादव, वार्ड पार्षद टुनटुन यादव, रुदल यादव, भानु कुमार, शशि कुमार, प्रमोद कुमार, कमल दास, बबलू जायसवाल, आलोक चौधरी, जय कुमार गुप्ता, रामजन्म साह, आनंद प्राणसुखा, राकेश कुमार, जयकुमार गुप्ता, प्रभास कुमार, रितेश कुमार, संजीव कुमार, तुरबसुआदि मौजूद थे ।
सबों ने एक स्वर से कहा कि नाला हो या सड़क गुणवत्तापूर्ण निर्माण नहीं हुआ तो मधेपुरा के नागरिक संघर्ष के लिए बाध्य होंगे।
(वि.)

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