तेजस्वी को सीएम बनाने का संकल्प, दलित सम्मेलन में गूंजी आवाज़

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत रतनपट्टी स्थित कबीर आश्रम के प्रांगण में राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा "दलित-अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन" का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के वंचित, दलित एवं अति-पिछड़ा वर्गों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और सामाजिक न्याय के संकल्प को दोहराना था. कार्यक्रम की अध्यक्षता दिनेश मंडल एवं संचालन धीरेन्द्र मंडल ने किया.

सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि इंजीनियर प्रभाष कुमार ने कहा कि दलित, महादलित और अतिपिछड़ा समाज के बिना बिहार की राजनीति अधूरी है. आज भी ये वर्ग अपने हक और हिस्सेदारी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अतिपिछड़ा वर्ग के उत्थान, विकास, बेहतरी और कल्याण के लिए राजद दृढ़ संकल्पित है. ये डबल इंजन की सरकार तेजस्वी यादव के कार्यकाल में बढ़ायी गयी 65% आरक्षण सीमा को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं कर इस वर्ग को अत्यधिक नुक़सान कर रही है. अतिपिछड़ा/पिछड़ा और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्गों  एवं दलित समाज की लाखों नौकरियां को भाजपाइयों द्वारा शातिराना तरीके से छिना जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भ्रष्ट भूंजा चौकड़ी मुख्यमंत्री सचिवालय में बैठकर वंचित समाज के विरुद्ध कार्य कर रही है. हम 65% आरक्षण की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि जनसंख्या के अनुपात में सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक प्रतिनिधित्व अब भी अधूरा है. राष्ट्रीय जनता दल ही एकमात्र पार्टी है, जिसने हमेशा बाबा साहब के सिद्धांतों को आत्मसात किया है और सामाजिक न्याय की लड़ाई को सड़क से सदन तक लड़ा है.

तेजस्वी यादव सिर्फ एक नेता नहीं, एक उम्मीद है उन युवाओं के लिए जो नौकरी चाहते हैं, उन किसानों के लिए जो अपने खेतों को पानी देना चाहते हैं, और उन दलित-पिछड़े परिवारों के लिए जो आज भी दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष करते हैं. हमारा लक्ष्य है तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना और बिहार में एक सशक्त, समावेशी सरकार बनाना. अगर राजद की सरकार बनी तो वफ्फ बोर्ड कानून को बिहार में किसी भी परिस्थिति में लागू नहीं होने दिया जाएगा. 

आगे ई० प्रभाष ने कहा कि बिहारीगंज विधानसभा की जनता वर्षों से उपेक्षित है. यहाँ की सड़कें टूटी हैं, युवाओं को रोजगार नहीं, अस्पताल हैं तो डॉक्टर नहीं, स्कूल हैं तो शिक्षक नहीं. इन सब समस्याओं का हल तभी निकलेगा जब हम परिवर्तन करेंगे. अंत में उन्होंने तेजस्वी सरकार बनने पर प्रत्येक महिला को 2500 रुपया प्रतिमाह, 200 यूनिट बिजली फ्री सहित कई अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी.

वहीं विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक अमित कुमार भारती ने कहा कि राजद की राजनीति सत्ता के लिए नहीं, सामाजिक बदलाव के लिए है. आज का सम्मेलन इस बात का प्रमाण है कि अब वंचित समाज जाग चुका है और अपने अधिकारों को लेकर सजग है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार को वह दिशा मिल सकती है, जो नीतीश कुमार की थकी हुई सरकार नहीं दे सकती. हमें गांव-गांव जाकर यह संदेश फैलाना है कि अब समय परिवर्तन का है.

कार्यक्रम संयोजक रामकृष्ण मंडल ने कहा कि यह सम्मेलन केवल एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना का मंच है. रतनपट्टी से उठी यह आवाज़ पूरे बिहार में गूंजेगी. हमारा लक्ष्य है शिक्षा-रोजगार में समान अवसर और बिहारीगंज विधानसभा को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना. हम जन-जन तक राजद का संदेश लेकर पहुंचेंगे. 

मौके पर पूर्व मुखिया जीवछ मंडल, सीताराम मंडल, दयानंद शर्मा, सीपीआई नेता अनिल भारती, बिकेंन मंडल, सुखदेव राम, बैजनाथ टुड्डू, दिनेश मंडल, नूतन मुर्मू, ज्योति रजक, महेन्द्र मंडल, नन्दू ऋषिदेव, मंटू दास, पूनम मंडल, अशोक मोदी, चंदेश्वरी मंडल, श्रवण मंडल सहित बड़ी संख्या में दलित अतिपिछड़ा समाज के लोग उपस्थित थे. सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि आने वाले समय में राजद को मज़बूत करना, दलित-अतिपिछड़ा अधिकारों की रक्षा करना, और बिहार में तेजस्वी सरकार बनाना उनकी प्राथमिकता रहेगी.



तेजस्वी को सीएम बनाने का संकल्प, दलित सम्मेलन में गूंजी आवाज़ तेजस्वी को सीएम बनाने का संकल्प, दलित सम्मेलन में गूंजी आवाज़ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 30, 2025 Rating: 5

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