निरीक्षण के बाद टीआई अशोक कुमार ने जानकारी दी कि डीआरएम के निर्देश पर मुरलीगंज स्टेशन पर रैक प्वाइंट स्थापित करने को लेकर तकनीकी जांच की गई है। प्लेटफॉर्म संख्या दो के उत्तर दिशा में रैक प्वाइंट के लिए उपयुक्त स्थल चिन्हित किया गया है। वहां पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, जहां दो गुड्स लाइन एवं 25 मीटर का कॉमन वॉल्फ बनाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सेक्शनल टीई, आईएडब्ल्यू एवं पीडब्ल्यूआई द्वारा आगे की विस्तृत जांच के बाद डिविजनल कार्यालय को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद प्रस्ताव तैयार कर निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अधिकारी ने यह भी कहा कि आगामी छह महीनों में रैक प्वाइंट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
रैक प्वाइंट बनने से क्षेत्र के किसानों को विशेष लाभ होगा, खासकर मक्का उत्पादकों को। अब किसानों को फसल की लोडिंग के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। मुरलीगंज से ही माल की ढुलाई की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे किसानों का समय और लागत दोनों की बचत होगी। रेलवे को भी इससे राजस्व में वृद्धि होगी।
गौरतलब है कि हाल ही में रेल संघर्ष समिति द्वारा मुरलीगंज स्टेशन की समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया था। समिति ने डीआरएम को मांगपत्र भी सौंपा था, जिसमें रैक प्वाइंट के साथ-साथ प्लेटफॉर्म ऊंचीकरण की मांग प्रमुख रूप से शामिल थी। रैक प्वाइंट पर तो कार्यवाही शुरू हो गई है, लेकिन प्लेटफॉर्म ऊंचीकरण को लेकर अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में भी जल्द कार्रवाई की मांग की जा रही है।

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