इसकी शुरुआत विश्वकर्मा चौक स्थित शक्ति केंद्र से किया गया। इसके पश्चात गांधी चौक, जवाहर चौक एवं थाना रोड से गुजरते हुए शास्त्री चौक से वापस अपने केन्द्र पहुंचा। इससे पूर्व शिव झंडातोलन एवं प्रवचन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य पार्षद नीतू देवी, प्रखंड विकास पदाधिकारी भरत कुमार एवं ब्रह्माकुमारीज संस्थान के सीमांचल और राजविराज क्षेत्र के प्रभारी राजयोगिनी भगवती दीदी, ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम को शुभारंभ किया। साथ में शिव झंडोत्तोलन भी किया।
सीमांचल एवं राजविराज क्षेत्र नेपाल से आई हुई राजयोगी ब्रह्माकुमारी भगवती दीदी ने अपने उदबोधन में कहा कि ज्ञान की कमी के कारण वर्तमान समय मानव के अंदर काम, क्रोध, लोभ, मोह ,अहंकार, ईर्ष्या, नफरत आदि राक्षसी प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। जिसके कारण समाज में दिन-प्रतिदिन अपराध बढ़ते ही जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अगर हमने अपनी भारतीय पुरानी सभ्यता, संस्कृति,परंपराएं ,पूर्वजनों के संस्कार सत्संग के माध्यम से भलाई नहीं की तो इस समाज में चलना, रहना, बैठना, उठना, जीना ,बड़ा ही मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने जीवन में सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि सत्संग के द्वारा प्राप्त शक्तियां ,सद्गुण ,विवेक ही हमारी असली संपत्ति है। जिससे हम अपने कर्मों में सुधार ला सकते हैं।ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी मधेपुरा क्षेत्रीय प्रभारी ने कहा कि आज समाज में श्रेष्ठ चरित्र निर्माण की अलख जगाने की मुहिम चला रखी है। जो विकृतियां मानव मन में प्रवेश कर चुकी हैं, उनको निकालना बहुत बड़ी चुनौती है। परंतु इन शक्ति स्वरूपा बहनों पर मुझे पूरा विश्वास है कि ये भारतवर्ष को पुनः स्वर्णिम भारत बनाकर रहेंगी। मुख्य अतिथि मुख्य पार्षद नीतू देवी,विशिष्ट अतिथि प्रखंड विकास पदाधिकारी भरत कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमार किशोर भाई ने किया। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी भरत कुमार, स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी मीरा दीदी, अर्चना बहन, कौशल्या देवी, ब्रह्माकुमार शशि रंजन भाई, ब्रह्माकुमारी अर्चना बहन, ब्रह्माकुमार किशोर भाई, भगवती दीदी मधेपुरा क्षेत्र के प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी, स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी मीरा दीदी,अर्चना बहन, कौशल्या देवी, शोभा सर्राफ, कविता सर्राफ मोनिका अग्रवाल ब्रह्माकुमार शशिरंजन भाई, अनिल मुरारी अग्रवाल, रह्मा कुमारी अर्चना बहन, ब्रह्माकुमार किशोर भाईजी इत्यादि अंत में प्रसाद ग्रहण कर ब्रह्मा भोजन ग्रहण कराया गया ।
(रिपोर्ट: रानी देवी)

No comments: