अपनी बात मशहूर शायर जा निशार अख्तर के इस शेर के साथ कर रहा हूँ कि,
'हमने उन तुन्द हवाओं में जलाए हैं चराग़,
जिन हवाओं ने उलट दी है बिसातें अक्सर'।
जी हां, संघर्ष और सफलता के 14 वर्ष पूरे हुए। सनातन धर्म में 14 वर्ष का अपना अलग महत्व है तो मानव जीवन में यह किशोरावस्था का परिचायक होता है जो अहम पड़ाव माना जाता है। 21 मार्च 2010 को जब मधेपुरा टाइम्स की नींव पड़ी थी तो यह तकनीकी और संसाधन विहीन मधेपुरा जैसे जगह के लिए एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन, हमने इस चुनौती को अंगीकार किया और आज हम 15वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं जो आप सबों के सहयोग और हौसला अफ़जाई का सुखद परिणाम है।
जिस दौर में न्यूज़ पोर्टल के रूप में मधेपुरा टाइम्स की शुरुआत हुई थी, वह वही दौर था जब पत्रकारिता के संक्रमण -काल की शुरुआत हो चुकी थी। पत्रकारिता की शैली और धर्म पर सवाल उठने लगे थे। हमने श्रृंग ऋषि की धरती पर पत्रकारिता के क्षेत्र में शुचिता, निष्पक्षता और बेबाकी को अपना मूलमंत्र बनाया और पत्रकारिता-धर्म का बखूबी निर्वहन किया। हालांकि, इस राह में फूल कम कांटे अधिक मिले। एक तरफ साधन-संपन्न मुख्यधारा की मीडिया से प्रतिद्वंदिता तो दूसरी तरफ सफेदपोश, माफियाओं और भ्रष्ट अधिकारियों की तिकड़ी का मुकाबला आसान साबित नही हुआ। लेकिन, हमने उम्मीदों की लौ को बचाए रखा, उठी हुई उंगलियों को ताली में तब्दील किया, तिकड़ी के नापाक मंसूबे को नाकाम किया और हमारी हौसले की उड़ान साल दर साल जारी रही।
बीते 14 वर्षों में हम केवल लकीर के फकीर ही नहीं रहे बल्कि हमने पत्रकारिता के क्षेत्र में नूतन प्रयोग किए और नित नई संभावनाओं को तलाशते हुए नई तकनीकों का भी समावेश किया। न्यूज़ पोर्टल के बाद यूट्यूब प्लेटफॉर्म के जरिये सामाजिक-सरोकार के निर्वहन के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह, प्रख्यात चिकित्सकों से बातचीत, विभिन्न क्षेत्रों के राष्ट्रीय स्तर की हस्तियों से सीधी बातचीत तो राजनेताओं के बेबाक इंटरव्यू को भी शामिल किया। मधेपुरा टाइम्स एमटी लाइव के तहत अब तक 250 से अधिक लाइव सेशन कर चुका है और इसके माध्यम से देश ही नही विदेशों में भी अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता हासिल किया है। इस पूरे सफर में हम शुक्रगुज़ार हैं अपनी टीम के सभी साथियों का जिनके सहयोग के बिना इस सुहाने सफर की कहानी अधूरी ही रहती।
15वें वर्ष में प्रवेश करते हुए आप सभी सुधि पाठकों और दर्शकों को आश्वस्त करना चाहूंगा कि मधेपुरा टाइम्स अपनी प्रतिबद्धता से बिना समझौता किए हुए हमेशा आपकी उम्मीदों और विश्वास पर खड़ा उतरने का प्रयास करेगा। अंत मे अपनी बात पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी जी की इन दो पंक्तियों से करना चाहूंगा कि,
जब तक ध्येय न पूरा होगा, तब तक पग की गति न रुकेगी,
आज कहे चाहे कुछ दुनिया, कल को बिना झुके न रुकेगी।
आप सबों को मधेपुरा टाइम्स की ओर से हार्दिक बधाई।
(Pankaj Bhartiya: Founder Editor)
सम्पादकीय: Madhepura Times: संघर्ष और सफलता के 14 वर्ष पूरे
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 21, 2024
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