। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव भारत के वे सच्चे सपूत थे, जिन्होंने अपनी देशभक्ति और देशप्रेम को अपने प्राणों से अधिक महत्व दिया और मातृभूमि की आजादी के लिय अपने प्राण न्यौछावर कर गए । भगत सिंह ने अपनी अति संक्षिप्त जीवन काल में वैचारिक क्रांति की जो मशाल जलाई, उनके बाद अब किसी के लिय संभव न होगी। उन्होंने कहा की भगत सिंह जी ने कहा था आदमी को मारा जा सकता है उनके विचारों को नहीं । लेकिन आज देश में शहीदों ने जिस आजाद, लोकतांत्रिक और जनकल्याणकारी देश का सपना देखा था उसे वर्तमान सरकार खंडित करने पर आमादा है । भगत सिंह के विचारों के भारत को बचाने की लड़ाई छात्र और युवाओं के जिम्मे है ।
एआईएसएफ़ जिलाध्यक्ष वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि भगत सिंह , राजगुरु और सुखदेव को आज ही दिन अंग्रजी हुकूमत ने फांसी पर चढ़ाया था । भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव इस देश के युवाओं के प्रेरणा का असीम श्रोत है । उनके विचार देश के मिटी के कण कण में है । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार को भगत सिंह के विचारों से सीख लेनी चाहिए । भारत में किसी भी प्रकार की तानासाही नही चलेगी । वही आइसा के राज्य उपाध्यक्ष नीरज यादव ने कहा कि आज भाजपा भगत सिंह के विचार वाले भारत पर कुठाराघात कर रहा है। देश की जनता के लोकतांत्रिक , संवैधानिक अधिकारों पर हमले किए जा रहे है। देश की एकता, अखंडता को खंडित करने का प्रयास किया जा रहा है। एकबार पुनः देश के काले अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष की जरूरत है ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएसयूआई छात्रनेता अमरेश कुमार, नीतीश कुमार, डुलेन कुमार, लाल बहादुर, श्रवण कुमार, सुदर्शन कुमार, आइसा के मनीष कुमार, सुमन कुमार, माधव कुमार,मौसम कुमारी, रानी कुमारी, उजाला कुमारी, अन्नू कुमारी, चांदनी कुमारी, पप्पू कुमार, रजनीश कुमार, विकाश कुमार, अंशु कुमार, बाबू साहब समेत दर्जनों छात्र - छात्राएं मौजूद थे ।

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