मधेपुरा जिले के कुमारखंड के रौता पंचायत स्थित हरिबोला गांव स्थित बहियार में शनिवार को दिन तकरीबन 2 बजे बजे घास काटने के दौरान महिला के दायें पैर में सांप ने काट लिया। परिजनों ने आनन-फानन में महिला को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारखंड में भर्ती कराया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक द्वारा इलाज किया गया। परिजन इलाज के दौरान ही अंध विश्वास में आकर दो तांत्रिक को बुलाकर प्रखंड कार्यालय परिसर में लेकर जा कर झाड़-फूंक शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार कुमारखंड थाने हरिबोला वार्ड 11 निवासी दुर्गी देवी शनिवार को बहियार में घास काटने गई थी। घास काटने के दौरान दायां पैर में सर्प ने डंस लिया। सांप के काटने से महिला दुर्गी देवी मूर्छित होने लगी। परिजनों ने आनन फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारखंड में भर्ती कराया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक द्वारा इलाज किया गया। परिजनों को अस्पताल के द्वारा किए जा रहे इलाज पर विश्वास नहीं हुआ। अंधविश्वास में आकर दुर्गी देवी को अस्पताल के सामने प्रखंड कार्यालय परिसर में ले गए और दो तांत्रिक बिनो मल्लाह और समसूल हौदा नामक दो तांत्रिक को बुलाकर तंत्र मंत्र से पेड़ के टहनी जिसमें पता लगा हुआ था उनसे महिलाओं के पैर पर पत्ते से लगे टहनी से वार कर झाड़ फूंक शुरू कर दिया।
सूचना मिलते ही जब पत्रकार खबर संकलन करने पहुंचे तो परिजन पत्रकार से ही उलझ गए। परिजन जब पत्रकार से उलझने लगे तो मौजूद लोगों ने परिजनों को काफी डांट फटकार लगाई। कई पढ़े-लिखे समझदार लोगों ने परिजनों को समझाया कि साँप काटने पर पीड़ित को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए, झाडफूंक के चक्कर में विषैले साँप के काटने की स्थिति में पीड़ित की मौत हो जाती है.
तांत्रिक द्वारा झाड़ फूंक की जानकारी बीडीओ प्रियदर्शी राजेश कुमार पायलट को लगते ही बीडीओ मौके पर पहुंच कर परिजनों को समझा बुझाकर महिला को इलाज के लिए कुमारखंड सीएचसी भेज दिया।
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)
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