आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मुरलीगंज स्थित स्थानीय सेवा केंद्र द्वारा 87वें शिव जयंती महोत्सव के एक दिन पूर्व श्री लक्ष्मी श्री नारायण की चैतन्य झांकी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों भाई-बहनों ने हिस्सा लिया. शोभायात्रा स्थानीय सेवा केंद्र से शुरू होकर सेंट्रल बैंक, हरिद्वार चौक, गोल बाजार, मारवाड़ी धर्मशाला, मेन हाट रोड, मिडिल चौक, दुर्गा स्थान, सिनेमा चौक से गौशाला होते हुए वापस सेवा केंद्र पर जाकर पूरी हुई.
मंगलवार को प्रातः 10 बजे गोल बाजार स्थित गौतम शारदा पुस्तकालय में आयोजित शिव जयंती महोत्सव का निमंत्रण एवं परमात्मा संदेश दिया गया.
झांकी के द्वारा यह संदेश दिया गया कि स्वयं निराकार परमपिता परमात्मा शिव इस सृष्टि पर अवतरित होकर श्रेष्ठ ज्ञान दे रहे हैं जिसके द्वारा मानव के अंदर आसुरी संस्कारों का परिवर्तन हो रहा है और उनके संस्कार देव तुल्य बनते जा रहे है. जो परमात्मा द्वारा बताए गए रास्ते पर चल रहे हैं, वह अपने लिए स्वर्णिम दुनिया का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं. जहां मनुष्य देव तुल्य होंगे धरा पर स्वर्ग होगा. सर्वत्र सुख, शान्ति और समृद्धि होगी. यही वह समय है जब हम परमात्मा की संतान होने के नाते उनसे अपना जन्मसिद्ध अधिकार प्राप्त कर सकते हैं.
शोभायात्रा एवं झांकी को थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल रूप से झंडा दिखाकर रवाना किया.
सेवा केंद्र प्रभारी रूबी बहन ने समस्त मुरलीगंज वासियों से सोमवार को प्रातः 10 बजे गौतम शारदा पुस्तकालय में आयोजित शिव जयंती महोत्सव में सपरिवार उपस्थित होने का आह्वान किया.
शोभा यात्रा में मुख्य रूप से डॉ० सुबोध, निर्मल चौधरी, भरत अग्रवाल, रमेश भाई, मिट्ठू भगत, गौतम भाई, इंद्रा बहन, अर्चना बहन, नीरज भाई आदि शामिल थे.
मिट्ठू भगत एवं प्रकाश कारनानी के द्वारा झांकी एवं शोभायात्रा में शामिल भाई-बहनों पर पुष्प-वर्षा कर उनका अभिवादन किया गया.
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