सभा को संबोधित करते हुए नेता इंजीनियर प्रभाष यादव ने कहा कि देश के प्रखर सामाजिक न्याय के पुरोधा शरद यादव शोषित, दलित, वंचित, पीड़ितों की आवाज थे. उनके जाने से देश की राजनीति में अपूरणीय क्षति हुई. वो लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए दृढ रहने वाले समाजवादी राजनीति के प्रतीक थे.
वहीं केपी कॉलेज मुरलीगंज के प्राचार्य प्रो. जवाहर पासवान ने कहा कि मधेपुरा जिला मुख्यालय में विश्वविद्यालय खुलवाने सहित अन्य कार्यों में शरद यादव की अहम भूमिका रही है, उनको भुलाया नहीं जा सकता. भाजपा नेता डॉ विजय कुमार विमल ने कहा कि शरद यादव भारतीय राजनीति के मजबूत स्तंभ, दिग्गज नेता व वंचितों के मसीहा एवं सामाजिक न्याय के पक्षधर थे.
वहीं राजद प्रदेश महासचिव डॉ मनोज कुमार यादव व राजद नेता गोपाल यादव ने कहा कि शरद यादव बहुत ही इमानदार व कर्मठ नेता थे. उनका जाना मधेपुरा सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वहीं प्रो. फिरोज मंसूरी व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि उनके जाने से राजनीतिक में एक शून्यता उत्पन्न हुई है. उसे निकट भविष्य में भरा नहीं जा सकता.
मौके पर सीपीआई के अंचल मंत्री अनिल भारती, राजद नेता शशिचंद्र उर्फ गोल्ड यादव, जिला परिषद सदस्य राजकिशोर उर्फ बेबी यादव, जाप नेता निर्मल यादव, पप्पू यादव, भाजपा नेता मुन्ना सिंह, मिलन कुमार, अरुण यादव, सुरेश यादव सहित अन्य लोगों ने शरद यादव के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया.

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