यहां पर सोमवार को वार्ड क्रियान्वयन समिति की चुनाव के लिए वार्ड सभा का आयोजन किया गया. इस तरह लोग पक्षों के बीच बंट गए. लोग अपने-अपने चहेते लोगों को सचिव बनाने का दबाव बनाने लगे. पक्षों के बीच शैक्षणिक योग्यता और जनसमर्थन के आधार पर चयन के मुद्दे पर विवाद हो गया. इसे लेकर घंटो हंगामा होता रहा. नतीजन लोगों को शांत करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा. जहां पुलिस के सहयोग से मामले को शांत कराया गया.
मिली जानकारी के अनुसार वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति गठन के लिए तीसरी बार पहल किया गया. जबकि इससे पूर्व भी दो बार चुनाव को लेकर लोगों की एक सहमति नहीं मिल पाने के कारण बैठक स्थगित करना पड़ा. सरपंच मुन्नी देवी का कहना है कि उनके ही पर्यवेक्षण में वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में बीपीआरओ द्वारा वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन का मौखिक आदेश दिया गया है. इसी आधार समिति गठन के लिए विधिवत वार्ड सभा आयोजित की गई.
वहीं सरपंच प्रतिनिधि मंजय प्रसाद सिंह ने स्थानीय दिलीप झा व अन्य फरिकेन पर दबंगई का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि भाई समेत पिता, पुत्र व अन्य मिलकर खुद को बाहुबली बताते हुए वार्ड सचिव चयन में बारम्बार व्यवधान डालते हैं. वार्ड सदस्य सह सभाध्यक्ष रंजीत झा ने कहा कि बारम्बार हो-हंगामे के कारण वार्ड सभा स्थगित करना पड़ रहा है. इससे विकास योजना में बाधा पहुंच रही है. स्थानीय लोगों को आपसी सामंजस्य से वार्ड सचिव चयन में सहयोग करना चाहिए.
(रिपोर्ट: मंजू कुमारी)
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