उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों के मरीजों को समय सीमा के अंदर आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा उपलब्ध होने से काफी सहूलियत होगी। उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती माताओं, बीमार शिशुओं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों एवं दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की इससे तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी।
बताया कि एम्बुलेंस पूरी तरह वातानुकूलित है जिसमें ऑक्सीजन सुविधा के साथ-साथ वेंटिलेटर, डिफिब्रीलेटर सह कॉर्डियक मॉनिटर, सेन्ट्रल वेन कैथेटर्स आदि की सुविधा उपलब्ध होती है और इस प्रकार का एंबुलेंस चलंत गहन चिकित्सा कक्ष की तरह कार्य करता है।
वही एंबुलेंस के कार्यप्रणाली को बताते हुए स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि इसमें दो स्ट्रेचर लगे हुए हैं. स्ट्रेचर को उठाकर एंबुलेंस में डालने की बात अब नहीं होगी सीधे स्ट्रेचर एंबुलेंस में जाते ही अपने आप बंद हो जाएगा और खोलते समय भी इसे काफी आराम से बाहर निकाल कर गंतव्य चिकित्सा कक्ष तक पहुंचाया जा सकता है
वही एंबुलेंस के लिए प्रतिनियुक्त ई एम टी (इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन) शैलेंद्र कुमार कुमार ने बताया कि नई टेक्नोलॉजी से लैस एंबुलेंस से कम से कम को भी 40 से 45 मिनट तक गहन चिकित्सा कक्ष की सुविधा उपलब्ध होगी. पहले के एंबुलेंस में इन सभी सुविधाओं का अभाव था , गंभीर दुर्घटना जूझ रहे रोगियों के लिए एक जीवनदायिनी एंबुलेंस साबित होगी.
मौके पर प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक मो शहाबुद्दीन, डॉ लाल बहादुर, डॉ प्रफुल्ल कुमार, डॉ रामगोपाल एवं अस्पताल के अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.

No comments: