वार्ता में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि बीएनएमयू में छात्र - छात्राओं के लिए केवल एकेडमिक ही नहीं बल्कि प्रशासनिक मनमानी भी बड़ी समस्या है. विश्वविद्यालय कुलपति की संवेदनहीनता और दोषियों पर त्वरित कार्यवाई नहीं करने के कारण प्रशासनिक मनमानी और छात्रों के साथ कर्मियों और अधिकारियों का व्यवहार बहुत ही अभद्र है. उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी घटना को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन बर्दास्त नहीं करेगा. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने आगे कहा कि बिलिश में आवेदन की तिथि पुनः एक बार जारी किया जाय, ताकि पेंडिंग के कारण आवेदन से वंचित छात्र-छात्राओं को पुनः एक बार मौका मिल सके, उसके साथ-साथ बीएड सत्र 2020-22 के फाइनल इयर की परीक्षा एवं बीएड सत्र 2021-23 के प्रथम वर्ष का परीक्षा प्रपत्र भरने की तिथि अविलंब जारी की जाय. उन्होंने कहा कि पैट 2021के लिय आवेदन में देरी से कोशी जैसे पिछड़े इलाके के सैकड़ों छात्र पीएचईडी करने से वंचित रह जायेंगे. उन्होंने कहा कि इसलिए आवेदन की तिथि अविलंब जारी किया जाय.
वार्ता में माननीय कुलपति ने सभी मांग को जायज और छात्रहित में होने की बात कहते हुए सभी पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया. बीएनएमयू परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि बीएड सत्र 2020-2022 की परीक्षा और बीएड सत्र 2021-2023 की परीक्षा जून माह तक संपन्न करा ली जाएगी.
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से एनएसयूआई के विश्वविद्यालय छात्रनेता जितेंद्र कुमार, नवीन कुमार, अमरेश कुमार, प्रभाष कुमार, नीतीश कुमार, प्रिंस कुमार, उज्ज्वल कुमार, अमरदीप कुमार, मिथलेश कुमार आदि उपस्थित थे.
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