काफी देर तक मरीजों के परिजनों ने मरीज को बाहर निकाल कर जाने देने की गुहार लगाई लेकिन छात्रों ने उनकी एक नहीं सुनी. उसके बाद मरीज के कुछ और परिजनों के आ जाने के बाद उन लोगों ने जबरन गेट खोल दिया. जिसके बाद दोनों तरफ से हाथापाई तक हो गई. हालांकि छात्रों ने भी मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी से कुछ बेड के डंडे लेकर निकल गये. मामले में मेडिकल के छात्रों ने सुविधा नहीं मुहैया कराने को लेकर सरकार को भी खरी खोटी सुनाई.
वहीं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को सूचना दिया गया. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रशिक्षु डीएसपी संजीव कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर समुचित जानकारी के बाद छात्र छात्राओं को समझाया और गार्ड से सूची मांगी और कल प्राचार्य से मिलकर समस्या का समाधान किया जाने के बात पर छात्र शांत हुए.
मिली जानकारी के अनुसार जेएनकेटी मेडिकल कॉलेज का विवादों से चोली दामन का नाता है. इस बावत एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र नवनीत कुमार ने बताया कि हम लोग इस भीषण गर्मी में 4 दिनों से बिना बिजली के ही रह रहे हैं. इसी बीच हमलोग का फर्स्ट सेमेस्टर का परीक्षा चल रहा था. मोबाइल के लाईट को जला कर पढ़ना पड़ा. हमलोगों को मोबाइल और लैपटॉप इमरजेंसी में आकर चार्ज करते थे. साथ ही 25 छात्राओं पर 1 प्युरिफायर तथा 75 छात्रों पर एक यानी 100 छात्रों पर 2 प्युरिफायर ही लगा हुआ है. वहीं मेस में 4 हजार में घटिया खाना देने का आरोप लगाया है. वहीं जब लोकल लोगों के द्वारा जब छात्रों को पीटा गया तो वहां एक भी गार्ड बचाने नहीं आया. इधर छात्राओं ने कहा कि इतना बड़ा मेडिकल कॉलेज है, जिसमें जेनरेटर नहीं है. मधेपुरा में इतना मच्छड़ है कि किसी को मलेरिया हो गया तो क्या हो गया.
वहीं इस बावत मेडिकल कॉलेज के उपाधिक्षक डा. कृष्णानंद ने बताया कि चार दिनों से बिजली खराब है. यहाँ का सिस्टम हाई टेक्नोलॉजी का है, जिसके कारण सामान पटना से मंगाना पड़ता है. कुछ ही देर में बिजली चालू हो जायेगा. इस बावत बिजली विभाग के जेई अजय कुमार ने बताया कि हमारा बिजली चालू है. मेडिकल कॉलेज का तीनों हाईटेंसन किट जल गया, जिसको पटना से मंगाया गया. 2 ठीक हो गया है तीसरा भी आधे घंटे में चालू हो जायेगा.
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