घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया. घटना में सभी लोगों को ग्रामीण गोताखोर की मदद से सुरक्षित निकाला गया. जिसमें तीन लोग की स्थिति गंभीर देखते हुए चौसा से आए स्वाथ्य विभाग की टीम द्वारा चौसा सीएचसी में भर्ती कराया गया है. सुनील पासवान 40 वर्ष, खन्तर चौधरी 62, शेखर चौधरी 23 वर्ष सभी मोरसंडा निवासी बताए जा रहे हैं. ड्यूटी पर मौजूद डॉ बी.जी. शर्मा ने बताया कि तीनों खतरे से बाहर है.
घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि धनेशपुर चौक से जरूरत के सामान वो सब्जी खरीददारी के दौरान देर शाम हो चुकी थी और उसी समय बारिश होने लगी तथा बारिश की समाप्ति रात्रि 09 बजे हुई. सड़क के पुल ध्वस्त होने के कारण घर जाने का मात्र एक ही साधन है नाव और नाव भी संध्या छह बजे तक ही चलाने का आदेश है. इसी वजह से गांव में फोन किया और गांव से नाव लेकर आया. जिसमें एक साइकिल सवार एवं दो बच्चे सहित 13 लोग सवार होकर जा रहे थे कि बीच धार पहुंचते ही तेज हवा की लहर उठी और नाव में बारिश का पानी अधिक होने के कारण नाव असंतुलित होकर पलट गई.
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि नाविक नया था, अनुभव की कमी होने तथा छोटी नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार होने की वजह से नाव संतुलित नहीं कर पाया जिसके कारण नाव पलट गई. उस नाव पर मोरसंडा गांव के फुई चौधरी, संतोष पासवान, वीर सिंह, भरत पासवान, सोनेलाल पंडित, अरुण पासवान एवं उनके दो पुत्र सहित 13 लोग सवार थे. नाव पलटने के बाद सभी लोग पानी के तेज बहाव में बह गए थे. जिसे ग्रामीणों की मदद से बहार निकाल लिया गया.
घटना की जानकारी मिलते ही सीओ राकेश कुमार सिंह, ओपी अध्यक्ष अनिल यादव व एनडीआरएफ टीम सहित आलमनगर और चौसा पुलिस ने पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया.

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