गत शुक्रवार को गीतकार राजशेखर ने फेसबुक पेज 'उम्मीद की किरण' पर लाइव होकर लोगों से कोरोना से बचाव के लिए जरूरी तमाम सावधानियाँ बरतने की अपील करते हुए अपने गीत में लिखी बातों को बारीकी से प्रस्तुत किया.
बताते चलें कि उम्मीद की किरण फेसबुक पेज कोरोना के भीषण संक्रमण के समय मधेपुरा व आसपास के क्षेत्र में ऑक्सीजन के लिए एक बड़ा सहारा बने मधेपुरा की सामाजिक कार्यकर्ता गरिमा उर्विशा के द्वारा शुरू किया गया है. वे कहती हैं कि 'उम्मीद की किरण' महज एक फेसबुक पेज नहीं है बल्कि यह एक सोच है, जो समाज को सबल, सुदृढ़ और सुसज्जित करने के लिए तत्पर है।
गरिमा ने बताया कि उम्मीद की किरण के फेसबुक पेज पर पिछले दिनों लाइव सेशन शुरू किया गया है. लाइव सेशन की शुरुआत जाने-माने बॉलीवुड गीतकार राजशेखर ने की. ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े राजशेखर भले ही फिल्म सिटी मुंबई में रहने लगे हैं और वहीं करियर बना रहे हैं लेकिन दिल से वो आज भी अपने बिहार से जुड़े हुए हैं. पिछले दिनों जब कोरोना संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ था तब राज शेखर ने अपने गाँव के ही बोलचाल की भाषा में एक जागरूकता गीत लिखा. जिसके बोल हैं "फेरो कहिए बुझले बात, दूरे-दूर काते-कात". यह गाना रिकॉर्ड कर पूरे बिहार में एक कैम्पेन के रूप में चलाया गया. इसे यूट्यूब पर भी देखा जा सकता है.
लाइव सेशन के दौरान अपने जीवन के उतार-चढ़ाव और भेलवा से फिल्म सिटी मुंबई तक के सफर को बखूबी साझा किया. राजशेखर पहले फिल्मों के असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे थे. 2011 में रीलिज हुई फिल्म तनु वेड्स मनु के भी असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर ही काम कर रहे थे कि उन्हें गीत लिखने का मौका मिला. उम्मीद की किरण फेसबुक पेज पर लाइव के दौरान उन्होंने जिले भर में काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की और भविष्य में हर संभव सहयोग का भरोसा भी दिलाया.
(नि. सं.)

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