शुक्रवार को हुई सामान्य बारिश में ही निचले इलाकों में पानी भर गया. मुख्य सड़क पर गोल बाजार की ओर जाने वाली वार्ड नंबर 9 की गली, सिनेमा हॉल चौक से गोल बाजार की ओर आने वाली सड़क, मुख्य सड़क से पुरानी पोस्ट ऑफिस की ओर आने वाली गली, हाट बाजार से अग्रसेन भवन होते हुए गोल बाजार जाने वाली सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वहीं शहर के अन्य इलाके में भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण व नाले का कचरे से भरे होने के कारण जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है.
गलियों में जलजमाव तो सड़कों पर बने जानलेवा गड्ढे
मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र में लगभग 15 वर्ष पहले अव्यवस्थित व आधे अधूरे नाले गुणवत्ताहीन होने के कारण महीने दिन भी नहीं चल पाया था और लगभग सभी नाले धराशाई हो चुके हैं. जिसके कारण शहर में बारिश के समय जल निकासी की समस्या बनी रहती है. वहीं सूखे के मौसम में भी मुरलीगंज की सड़कों पर कीचड़ के साथ-साथ जल का बहना सड़कों पर पूरे वर्ष दिख जाता है.
जब भी नगर पंचायत क्षेत्र के अधिकारियों से इस विषय में पूछा जाता है तो वे साफ कर लिया जाएगा, जल निकासी की व्यवस्था कर दी जाएगी आदि बातें करते हैं और अपने उत्तरदायित्व से पल्ला झाड़ लेते हैं. वहीं जल निकासी की समस्या धरी की धरी रह जाती है.
आधे घंटे की बारिश के बाद भी शहर के हाट बाजार की स्थिति बद से बदतर हो जाती है. सड़कों पर जलजमाव के साथ-साथ सब्जी मंडी के कचरे सड़कों पर बहने लगते हैं.
मधेपुरा से पूर्णिया की ओर जाने वाली एनएच 107 जो शहर से होकर गुजरती है के दोनों किनारे पर बने गड्ढे हल्की बारिश में जल से लबालब भर जाते हैं. ऐसे में जब बड़े वाहन गुजरते हैं तो छोटे वाहनों को बगल से निकलना पड़ता है और निकलते समय वे बड़े गड्ढे में गिर जाते हैं. जिससे दुपहिया वाहन चालक औंधे मुंह सड़क या गड्ढे में गिर पड़ते हैं. चोटिल होने के बाद गड्ढे में गिरे वाहन को निकालने का प्रयास करते हैं. ये आलम बारिश में प्रतिदिन दिख जाता है. वहीं चार पहिया वाहन की बात तो और ही मुश्किल भरी है. सामने से आ रही वाहनों को बगल से निकलने के लिए जगह देते हैं और गड्ढे में गाड़ी के महंगे-महंगे पार्ट्स टूट जाते हैं. गाड़ी वहीं छोड़कर उन्हें जाना पड़ता है. वहीं जब इन गड्ढों में साइकिल सवार गिरते हैं तो उन्हें अस्पताल का रुख करना पड़ता है.

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