एसपी योगेन्द्र कुमार ने मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गुड्डू का शंकरपुर थाना क्षेत्र के साथ-साथ आसपास के जिले में भी आतंक था. 2019 में शंकरपुर के रायभीड़ गांव निवासी शिक्षक राम बाबू यादव की गोली मार कर हत्या कर दी थी. घटना में मृतक के पुत्र ने नौ नामजद और छह-सात अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसमें घटना में शामिल शूटर नीतीश सहित पांच को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. गुड्डू की गिरफ्तारी के लिए स्वयं के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ उनके सम्भावित ठिकाने पर पांच-छः बार छापेमारी भी की लेकिन पुलिस से पहले ही वह जगह बदल लेता था. पिछले सात महीने से एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व में अंचल निरीक्षक प्रशान्त कुमार, थानाध्यक्ष राज किशोर मंडल, सिंहेश्वर थानाध्यक्ष रामेश्वर साफी, कुमारखंड थानाध्यक्ष सियावर मंडल सहित पुलिस बल लगातार छापामारी कर रही थी. आखिरकार रविवार को एसटीएफ और उनके टीम को सफलता मिली.
एसपी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय ने गुड्डू पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था. जिला पुलिस ने उनके गिरफ्तारी के लिए 5 हजार की घोषणा की थी.
एसपी ने बताया कि एसटीएफ मुख्यालय को गुप्त सूचना मिली कि गुड्डू शंकरपुर थाना क्षेत्र के कवियाही गांव में अपने गुर्गे के साथ शरण ले रखा है. एसटीएफ ने सूचना की रेकी की तो पता चला कि वह कवियाही गांव के बीरबल यादव के घर पर है. एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी कर गुड्डू यादव को उनके दो अन्य साथी के साथ गिरफ्तार किया. तलाशी में दो पिस्टल, 10 कारतूस और दो मोबाइल बरामद हुआ. गिरफ्तारी में गुड्डू यादव रायभीड़, बेलारी ओपी के गिदराही गांव का नीतीश कुमार, सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना के भतौनी गढ़ी के आलोक कुमार शामिल थे. पूछताछ में शिक्षक हत्याकांड में शामिल सफेद पोश शंकरपुर प्रखण्ड प्रमुख पति अशोक यादव को जिरवा मधेली से गिरफ्तार किया गया. जिसे सोमवार को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया.
एसपी श्री कुमार ने बताया कि गिरफ्तार गुड्डू यादव खतरनाक किस्म का अपराधी है. बात-बात में किसी पर भी गोली चला देना आम बात रहा है, साथ ही सुपारी किलर भी था. रूपये लेकर हत्या करने का काम करता था. मार्च में रंगदारी को लेकर शंकरपुर में व्यापारी पप्पू भगत, राजेश भगत पर गोली चला कर खासकर व्यापारी वर्ग में दहशत पैदा करने की कोशिश की थी.
एसपी ने बताया कि गुड्डू का आपराधिक इतिहास का अबतक जो पता चला है उसमें सिर्फ शंकरपुर थाना में ही हत्या, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट के 8 मामले दर्ज हैं, वहीं सिंहेश्वर थाना, कुमारखंड थाना में एक-एक मामला दर्ज है. इसके अलावे सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना में एक मामला दर्ज है. वहीं इसके अलावे जिला सहित आसपास के जिले में भी इसके खिलाफ मामले को खंगाला जा रहा है.
एसपी ने बताया कि गुड्डू यादव से बरामद मोबाइल को खंगाला जा रहा है जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की आशंका है. उन्होंने बताया कि इनामी बदमाश गुड्डू की गिरफ्तारी से शंकरपुर वासी को राहत मिलेगी, साथ ही अपराध पर भी अंकुश लगेगा.
एसपी ने बताया कि इनके खिलाफ दर्ज मामले का त्वरित अनुसंधान करा कर स्पीडी ट्रायल चला कर जल्द से जल्द सजा दिलाया जायेगा. उन्होंने कहा कि टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल को पुलिस मुख्यालय से पुरस्कृत करने के लिए अनुशंसा की जायेगी और जिला स्तर तथा स्वयं की ओर से टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को पुरस्कृत किया जायेगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी के अलावे एसडीपीओ अजय नारायण यादव, शंकरपुर थानाध्यक्ष राज किशोर मंडल सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.
बताते चलें कि इनामी बदमाश के खौफ का आलम यह था कि रंगदारी की मांग पूरी नहीं होने पर गोलीबारी करना आम बात थी. लोग डर से मेलजोल करते थे. डर से कथित रंगदारी की रकम भी देते थे. लोग पुलिस के पास शिकायत करना तो दूर इनके खिलाफ बोलने से भी कतराते थे. लोगों की माने तो यह शंकरपुर क्षेत्र में सामानांतर सरकार चलाता था.
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 01, 2021
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Good work so sir
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