मालूम हो कि केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा पूरे भारत को कोरोना मुक्त बनाने का अभियान चलाया गया है. जिसके तहत कोविड-19 वैक्सीनेशन चलाया गया है. सबसे पहले सरकारी कर्मियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन किया गया, उसके बाद 45 से ऊपर के लोगों को फिर 18 से 44 तक के लोगों को वैक्सीनेशन देने की कार्य चल रहा है. जिसको लेकर बीते दिन जिला पदाधिकारी के द्वारा भी मधेपुरा जिला वासियों को वैक्सीनेशन के संदर्भ में जागरूक किया गया है. आज चौसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ज्ञानरंजन प्रसाद एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी स्वेता कुमारी, जीविका बीएमपी भूषण कुमार, स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी कर्मी, जीविका दीदी के द्वारा चौसा प्रखंड के फुलौत पूर्वी, पश्चिमी पंचायत में डोर-टू-डोर जाकर लोगों को कोविड-19 वैक्सिनेशन के लिए जागरूक किया गया.
इस अवसर पर ज्ञानरंजन प्रसाद ने कहा कि बहुत से लोगों को भ्रम है कि इस इंजेक्शन से नुकसान होता है जो कि बिल्कुल गलत है. कोविड-19 के लिए यह वैक्सीन बहुत ही जरूरी इसे हर लोगों को लेने चाहिए है. अब तो वैक्सिनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टीका एक्सप्रेस मोबाइल टीम चलाया गया है. जिसके द्वारा हर पंचायत में पहुंच कर कैम्प लगा कर वैक्सिनेशन का कार्य किया जा रहा है. लोगों को सिर्फ कैम्प पर आधार कार्ड और मोबाइल लेकर पहुँचना है. छोटा सा प्रोसेस है रजिस्ट्रेशन का और इंजेक्शन लगवाना है.
इस अवसर पर जिसमें बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्वेता कुमारी, यूनिसेफ के बीएमसी मोहम्मद राशिद, मुरारी कुमार, केयर इंडिया बीएम से हिमांशु कुमार, भूषण कुमार, जीविका बीएमपी सिंपी कुमारी, अंशु कुमारी, डोली कुमारी, तनुजा कुमारी, रेनू कुमारी, सुशीला कुमारी, कंचन सिन्हा, एएनएम प्रमिला कुमारी, आंगनबाड़ी वर्कर प्रीति कुमारी, मुखिया बबलू ऋषिदेव शामिल थे.

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