बताया गया कि सुबह 7 से 11 बजे तक प्रशासन द्वारा जरूरत के सामान की दुकान जैसे किराना, फल-सब्जी, दूध, मांस, मछली, क्लिनिक और दवा दुकान के अलावा अन्य प्रतिबंधित दूकान खोलने वाले प्रतिबंधित दुकानों को सील किये जाने के बाद बाजार में हड़कंप मच गया. प्रशासन की सख्ती का ही परिणाम रहा कि शनिवार को भी एसएच 58 सहित सभी सड़के वीरान नजर आई.
स्थानीय लोगों ने एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा को बाजार में प्रतिबंधित दुकानें खोले जाने की सूचना दी. कुछ सोशल मीडिया ग्रुप पर वायरल प्रतिबंधित कपड़ा और मनिहारा, बर्तन दुकान आदि का फोटो और वीडियो वायरल हुआ था. इस पर एसडीएम श्री सिन्हा ने त्वरित संज्ञान लेते हुए पुरैनी बीडीओ बीरेन्द्र कुमार और सीओ राम अवतार यादव को सख्ती से कार्रवाई हेतु निर्देश दिया. इसके बाद बीडीओ श्री कुमार, सीओ श्री यादव और थानाध्यक्ष डीसी दास ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए बाजार के गिरधारी लाल का फर्निचर दुकान, विजय दास का जूता चप्पल दुकान, गंगा साह का बर्तन दुकान, मुकेश दास, जयकृष्ण मेहता, राजू साह का कपड़ा दुकान और कुन्दन शर्मा का मोबाईल दुकान लॉकडाउन अवधि तक के लिए सील कर दिया.
गौरतलब हो कि सुबह-सुबह जरूरी सामानों के अलावे कुछ दुकानदारों द्वारा सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाकर प्रतिबंधित दुकानें भी खोली जा रही थी. प्रशासन की ओर से बिना मास्क लगानेवाले सहित कई दोपहिया वाहनों का भी चालान काटा गया.

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