इसी कड़ी में शंकरपुर प्रखंड क्षेत्र के चौराहा निवासी एक ही परिवार के भवेश रंजन, निखिल कुमार, सिद्धांत हर्ष, रोहित कुमार भी उन्हीं में शामिल हैं. उन्होंने बहुत ही कम समय में कोरोना को मात दी है. उनका कहना है कि शारीरिक मजबूती के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना बहुत अहम है. वहीं, गाइड लाइन का पालन भी बहुत जरूरी है. इनलोगों की पिछले दिनों तबीयत बिगड़ी. जिसके बाद उन्हें स्वयं कोरोना संक्रमण के लक्षण होने की आशंका हुई. जिस पर सरकारी अस्पताल में अपना टेस्ट कराया. टेस्ट रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई, लेकिन वह इससे घबराए नहीं बल्कि, आत्मविश्वास को गिरने नहीं दिया. सबसे पहले खुद को घर में आइसोलेट करते हुए जरूरी दवाइयों का सेवन शुरू कर दिया. दिन में तीन बार गर्म पानी, दो बार आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बने काढ़े का सेवन किया. उसके बाद रात को बाम मिश्रित गर्म पानी की भाप ली. काफी समय तक धूप में योगा किया. इसके अलावे जरूरी दवाएं लीं. जिसके बाद सेहत में बहुत सुधार हुआ.
उनका कहना है कि भले ही कोरोना घातक बीमारी है, लेकिन, इससे घबराने के बजाए दृढ़ संकल्प के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना बहुत जरूरी है. आत्मविश्वास के साथ इस बीमारी से जंग जीती जा सकती है. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान पर ध्यान देते हुए चिकनाई युक्त भोजन से बचना है. फल व मौसमी सब्जी का सेवन भी जरूरी है.

No comments: