प्रधानाध्यापक रामानंद नायक के अनुसार विद्यालय की जमीन का रसीद 1990-91 तक का कटा हुआ है. इसके बावजूद शनिवार की रात क्रीड़ा मैदान की घेराबंदी कर लिया गया. वहीं उक्त मामले में पूछे जाने पर अंचलाधिकारी नागेश कुमार मेहता ने बताया कि गत दिनों बिहारीगंज थाना परिसर में आयोजित जनता दरबार में मोहम्मद अमानुल्लाह ने उक्त जमीन पर अपना दावा पेश किया था. इसके पश्चात द्वितीय पक्ष को नोटिस दिया गया. साथ ही जमीन पर यथास्थिति बनाए जाने का निर्देश भी दिया गया था. बावजूद इसके जमीन की घेराबंदी की गई जो न्यायोचित नहीं है.
वहीं विद्यालय परिसर का मुआयना थानाध्यक्ष अरुण कुमार एवं अंचलाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया. उन्होंने आश्वस्त किया कि जो भी उचित न्याय होगा वह करेंगे. वहीं आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि पहले वह खुला मैदान था देखते ही देखते सुबह में उक्त जमीन पर घेराबंदी कर ली गयी. रात्रि में ही 30 से 40 व्यक्ति उक्त स्थल पर पहुंचे और जमीन को चारों ओर से घेर लिया. इसकी पुष्टि नवनिर्मित बांस से बनी जाफरी से भी होता है. वहीं जमीन दाता दानी प्रसाद साह ने उक्त घटना की निंदा करते हुए कहा कि अगर इसी प्रकार जमीन दाता विद्यालय को दान देते रहें और उसका अतिक्रमण होता रहे तो भविष्य में कोई सरकारी विद्यालय के लिए जमीन दान क्यों करेगा.
(रिपोर्ट: रानी देवी)

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