गुरुवार को एसडीएम द्वारा जांच में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित कई चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी गायब पाए गए. इसके अलावे न तो मरीज के बेड पर चादर था और न ही साफ सफाई. करीब दो महीना पूर्व करीब दो दर्जन नए बेड मंगवाया गया, लेकिन उसे सुसज्जित करने के बजाए उस पर गंदगी का परत जमा मिला. निरीक्षण के दौरान सीएससी के शौचालय में जहां गंदगी की भरमार थी.
वहीं शुद्ध पेयजल की भी भारी समस्या देखी गई. एसडीएम के निरीक्षण में सोनामुखी के चिकित्सक डॉ. केएम ठाकुर सीएचसी में मटरगश्ती करते पाए गए. जिसको लेकर एसडीएम ने उन्हें जमकर फटकार लगाई. वहीं स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रस्तुत की गई उपस्थिति पंजी में एएनएम का उपस्थिति पंजी गायब मिला. जिसका मुख्य कारण कुछ चिकित्सक ने दबे जवान से अधिकांश एएनएम फरार रहने की बात बताया गया. जबकि चिकित्सक के उपस्थिति पंजी के जांच में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य कई चिकित्सक फरार पाए गए.
इसके अलावे प्रधान लिपिक, अकाउंटेंट आदि कई आवश्यक कक्ष में ताला लटका मिला. वहीं 24 नवंबर को प्रसूता के भोजन में पिल्लू मिलने को लेकर कैंटीन का भी निरीक्षण किया गया. एक चिकित्सक द्वारा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को महीना में 20 से अधिक दिन फरार रहने का आरोप लगाते हुए उसकी साक्ष्य भी देने की बात कही गई. चिकित्सक द्वारा फरार एएनएम और चिकित्सक से एमओआईसी द्वारा उगाही करने का भी आरोप लगाया गया. प्रसव कक्ष सहित अन्य महिला कक्ष में साफ सफाई के प्रति लापरवाही और गंदगी का अंबार मिलने पर एसडीएम जमकर बरसे.
निरीक्षण के दौरान बीडीओ मिनहाज अहमद, चिकित्सक डॉ. ए.के. मिलन, डॉ. अहमद नजमी, बीसीएम दिलीप झा आदि मौजूद थे. एसडीएम श्री सिन्हा ने जांचोपरांत बताया कि सीएससी में एमओआईसी की लापरवाही से घोर अनियमितता मिली है, जिसमें कई अनियमितताएं अक्षम्य है. उन्होंने बताया कि कार्रवाई के लिए जांच प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी को सौंपा जाएगा.
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)

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