कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य के रुप में निर्वाचन के लिए विभिन्न दलों से समर्थन प्राप्त कई प्रत्याशियों ने 5 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
विधान सभा चुनाव की घोषणा होने के कारण इस चुनाव का कोई खास चर्चा मतदाताओं के बीच नहीं है, जबकि चुनाव में भाग्य अजमा रहे प्रत्याशी डिग्रीधारियों के यहां हाजिरी लगाना शुरु कर दिया है. अपने समर्थकों के साथ प्रत्याशी सुबह से शाम तक कोसी के सहरसा, मधेपुरा तथा सुपौल जिले में भ्रमण तो कर रहे हैं किंतु कहीं से उन्हें वोटरों में उत्साह नहीं दिख रहा है. प्रत्याशियों से यही सवाल किया जा रहा है कि आखिर बेरोजगार युवाओं के लिए विधान परिषद में मौजूद सदस्य अभी तक कौन सा सवाल उठाए हैं और उन सवालों का नतीजा आखिर क्या निकला है. युवाओं के इस जवाब से परेशान प्रत्याशी संस्थानों की ओर रुख कर देते हैं. उम्मीदवारों का यह मानना है कि शैक्षणिक संस्थानों में काम करने वाले कर्मी इस चुनाव के प्रति जागरुक हैं लिहाजा उनके सामने वोट मांगना बेहतर है. संस्थानों में कार्यरत वोटरों की संख्या भी अच्छी खासी है. हालांकि मतदान को केवल दो सप्ताह ही बचा है किंतु अभी तक किसी भी दल के समर्थित प्रत्याशी की ओर झुकाव बनता नहीं दिख रहा है. इससे प्रत्याशियों की परेशानी बढ़ती जा रही है.
बता दें कि कोसी में लगभग दो लाख डिग्रीधारी प्रत्याशी हैं जिसमें से केवल 8771 स्नातक उर्तीण को मतदाता बनाया गया है. मतदाता बनाने का काम संबंधित प्रत्याशियों द्वारा अपने खर्च पर किया जाता है. लिहाजा उन प्रत्याशियों को यह भरोसा है कि वे जिन्हें मतदाता बनाए हैं उन्हें उनका वोट तो मिलेगा ही.
(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)
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