कला-संस्कृति के क्षेत्र में अहम् सृजन दर्पण ने मनाया 5 वाँ स्थापना दिवस

सृजन दर्पण का 5 वाँ स्थापना दिवस कोरोना जैसी वैश्विक आपदा के कारण पारम्परिक ढंग से नहीं हो सका, परन्तु इलेक्ट्रॉनिक साधनों के जरिए इस अवसर पर शुभचिन्तको की शुभकामनाएँ मिली, संदेश मिला, जिसका प्रसारण भी एक साथ समय की माँग देखते हुए सोसल साइट के जरिए किया जाना है. 

आयोजन के रूप में सीमित सदस्यों के द्वारा लॉकडाउन की शर्तों का पालन करते हुए पौधारोपण किया गया. रंगकर्मी विकास ने बताया कि पाँच वर्ष का समय किसी भी संस्था की अवस्था के लिहाज से बहुत छोटी होती है. इस अल्प अवधि में संस्था ने मानवता के संरक्षण एवं सशक्तिकरण के लिए राष्ट्र, राज्य एवं अन्य संगठनों द्वारा किये जा रहे यज्ञ में अनवरत आहुति दी. इसके लिए मानवीय जीवन को संयमित और संवर्द्धित करने वाले सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक क्षेत्र में अहम योगदान दिया. समाज की समसामयिक समस्या को देखते हुए सांस्कृतिक गतिविधियों का चयन कर प्रभावी प्रस्तुतियाँ दी. ये समस्याएँ बाल मजदूरी, बाल विवाह, दहेज अंधविश्वास उन्मूलन जैसी पारम्परिक है तो जल जीवन हरियाली, नशा उन्मूलन जैसी राज्य सरकार प्रायोजित. इसके लिए सृजन दर्पण के रंगकर्मीयों ने फुटपाथ से लेकर राजकीय महोत्सव के मंचो से संदेश मूलक प्रस्तुति दी. ऐसे कई अवसर आये जब विभिन्न प्रतिष्ठानों, संस्थओं एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया गया. अत्याधुनिकता की दौड़ में भी संस्था ने विद्यापति की रचना, लोकगाथा, लोकनाट्य, लोक संस्कृति के मार्फत संदेशप्रद प्रस्तुति दी. 

सृजन दर्पण ने जिला स्थापना दिवस, बिहार दिवस, वी.पी.मंडल राजकीय जयन्ती समारोह, झूलनोत्सव, भास्कर महोत्सव, राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव, राजकीय सिहेश्वर महोत्सव,विशिष्ट कलाकारों का चयन प्रतियोगिता सहित युवा उत्सव में लगातार नशा उन्मूलन, सड़क सुरक्षा, मतदाता जागरूकता अभियान, जल जीवन और हरियाली से जुड़े स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं लोक संस्कृति का यादगार और संदेश मूलक अभिनय किया. युवाओं एवं आमलोगों में जागृति के लिए समय-समय पर विद्वानों की संगोष्ठी आयोजित की जाती है. सामाजिक समस्याओं के अनुरूप विषय रखा जाता है. विद्वानों के विचारों से लोगों को नयी दृष्टि बनाने में मदद मिलती हैं. 

वहीं जरूरत पड़ने पर इस संस्था के सदस्य और रंगकर्मीयो के द्वारा गाँव-गाँव जाकर कोरोना संकट पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है एवं आवश्यक सामानों का वितरण भी किया जा रहा है. इससे पहले भी सड़क सुरक्षा, नशा उन्मूलन, जल जीवन और हरियाली के तहत कई अभियान चलाये गये. उन्होंने कहा कि इन सारे कार्यो में समाज के प्रबुद्ध वर्ग एवं आम लोगों का हर समय स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा. उनका आर्थिक और भावनात्मक सहयोग एवं मार्गदर्शन का बल यदि न मिलता तो संस्था यह मुकाम हासिल नहीं कर पाती. (ए. सं.)
कला-संस्कृति के क्षेत्र में अहम् सृजन दर्पण ने मनाया 5 वाँ स्थापना दिवस कला-संस्कृति के क्षेत्र में अहम् सृजन दर्पण ने मनाया 5 वाँ स्थापना दिवस Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 06, 2020 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.