बिहार के मधेपुरा में अब तक तबलीगी जमात के नहीं है कोई कनेक्शन. बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति पटना से जारी 43 लोगों के संदिग्ध सूची के मुताबिक महज दो लोग चिन्हित हुए जिनमें जाँच के बाद कोई लक्षण नहीं पाया गया. बांकी मामले हैं संदिग्ध.
बता दें कि एक तरफ जहाँ पूरे देश के अलग-अलग हिस्से में तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर उहा पोह की स्थिति मची है, वहीं जिले के पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के मुताबिक बिहार के मधेपुरा जिले में अब तक तबलीगी जमात का कोई कनेक्शन नहीं है. दरअसल तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर जिले के डीएम नवदीप शुक्ला को जाँच हेतु कुल 43 संदिग्ध लोगों की सूची बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति पटना से मिली थी. जहाँ फिलहाल दो लोगों को किया चिन्हित किया गया है और जाँच करवाया गया है, जिसमें नहीं है किसी भी प्रकार का कोई मामला. बांकी लोगों की अब तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.
बहरहाल बिहार राज्य स्वास्थ समिति पटना के द्वारा जिला प्रशासन को जारी सूची के इस तबलीगी जमात में शामिल संदिग्ध लोगों के मामले को लेकर एसपी संजय कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि जिले के डीएम नवदीप शुक्ला को जाँच हेतु मिली थी सूची, जिसमें फिलहाल दो लोगों चिन्हित कर जाँच किया गया है और उनमें फिलहाल कोई लक्षण नहीं पाया गया है. बांकी 41 लोगों के संदिग्ध मामले में कुछ पता नहीं चल पाया है. उन्होंने बताया कि खासकर मधेपुरा जिले में इस तरह का नहीं है कोई मामला.
साथ ही उन्होंने कहा कि जिलेवासी को हैरान और परेशान होने की नहीं है जरूरत. फिलहाल कोरोना जैसे महामारी को लेकर हर लोगों को रहना है सावधान और तत्काल सरकार के द्वारा जारी लॉक डाउन प्रक्रिया का हर हाल में पालन करना चाहिए. ताकि एक साथ सभी लोग मिलकर कोरोना जैसे महामारी से मुकाबला कर सकें.
वहीं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने जिले के लोगों से एक बार फिर अपील करते कहा कि बहरहाल शोसल डिस्टेंस का भी रखें ख्याल और पुलिस प्रशासन को भी मदद व सहयोग करें, ताकि आपदा के इस घड़ी में एक दूसरे के लिए आपस में मददगार साबित हो सकें.
बता दें कि एक तरफ जहाँ पूरे देश के अलग-अलग हिस्से में तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर उहा पोह की स्थिति मची है, वहीं जिले के पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के मुताबिक बिहार के मधेपुरा जिले में अब तक तबलीगी जमात का कोई कनेक्शन नहीं है. दरअसल तबलीगी जमात में शामिल लोगों को लेकर जिले के डीएम नवदीप शुक्ला को जाँच हेतु कुल 43 संदिग्ध लोगों की सूची बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति पटना से मिली थी. जहाँ फिलहाल दो लोगों को किया चिन्हित किया गया है और जाँच करवाया गया है, जिसमें नहीं है किसी भी प्रकार का कोई मामला. बांकी लोगों की अब तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.
बहरहाल बिहार राज्य स्वास्थ समिति पटना के द्वारा जिला प्रशासन को जारी सूची के इस तबलीगी जमात में शामिल संदिग्ध लोगों के मामले को लेकर एसपी संजय कुमार ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि जिले के डीएम नवदीप शुक्ला को जाँच हेतु मिली थी सूची, जिसमें फिलहाल दो लोगों चिन्हित कर जाँच किया गया है और उनमें फिलहाल कोई लक्षण नहीं पाया गया है. बांकी 41 लोगों के संदिग्ध मामले में कुछ पता नहीं चल पाया है. उन्होंने बताया कि खासकर मधेपुरा जिले में इस तरह का नहीं है कोई मामला.
साथ ही उन्होंने कहा कि जिलेवासी को हैरान और परेशान होने की नहीं है जरूरत. फिलहाल कोरोना जैसे महामारी को लेकर हर लोगों को रहना है सावधान और तत्काल सरकार के द्वारा जारी लॉक डाउन प्रक्रिया का हर हाल में पालन करना चाहिए. ताकि एक साथ सभी लोग मिलकर कोरोना जैसे महामारी से मुकाबला कर सकें.
वहीं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने जिले के लोगों से एक बार फिर अपील करते कहा कि बहरहाल शोसल डिस्टेंस का भी रखें ख्याल और पुलिस प्रशासन को भी मदद व सहयोग करें, ताकि आपदा के इस घड़ी में एक दूसरे के लिए आपस में मददगार साबित हो सकें.
मधेपुरा जिले में अब तक तबलीगी जमात जैसे मामले का नहीं है कोई कनेक्शन: एसपी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 04, 2020
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