मधेपुरा के शंकरपुर में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ मधेपुरा के जिला अध्यक्ष संजय कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति कोसी प्रमंडल के आह्वान पर तीनों जिले के 22 फरवरी 2020 रोज शनिवार को सहरसा, मधेपुरा, सुपौल जिला के सभी प्रखंड मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
यह जानकारी मधेपुरा जिला अध्यक्ष संजय कुमार ने दिया. श्री कुमार ने कहा कि पिछले 17 फरवरी 2020 से बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में समान काम का समान वेतन सेवा शर्त पुरानी पेंशन ऐच्छिक स्थानांतरण समेत नियमित शिक्षक की भांति सभी सुविधाओं को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं. हड़ताली शिक्षकों पर बिहार सरकार के इशारे पर बिहार के विभिन्न जिलों में शिक्षकों को निलंबन बर्खास्तगी एवं झूठे मुकदमे में फंसाकर धनात्मक कार्रवाई किया जा रहा है मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. इससे हमारे बिहार के नियोजित शिक्षक डरने वाले नहीं हैं. यह हड़ताल अनवरत जारी रहेगा.
जिले के शिक्षकों से अपील किया है कि अपने-अपने प्रखंड मुख्यालय में उपस्थित होकर अपने साथी के विरुद्ध की गई कार्रवाई के विरोध में इकट्ठा होकर सरकार को बता दें कि हम लोग आपके कार्रवाई से डरने वाले और रुकने वाले नहीं हैं, हम अपना संवैधानिक अधिकार अब की बार लेकर रहेंगे और जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तब तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल अनवरत जारी रहेगा. श्री कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीति से सूबे की लाखों प्रारंभिक माध्यमिक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष आर्थिक एवं मानसिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. हड़ताल से बिहार की शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त पड़ी हुई है.
बिहार के शिक्षकों ने अपने अधिकार के लिए पूरे बिहार के तमाम विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगों को अविलंब सरकार पूरा नहीं करती है तो बिहार के चार लाख शिक्षक आने वाले समय में उग्र आंदोलन करके सरकार को बता देगी कि हमारा संवैधानिक अधिकार क्या है. जब तक यह अधिकार राज्य सरकार के द्वारा शिक्षकों को नहीं दी जाती है तब तक हमारा आंदोलन अनवरत जारी रहेगा.

यह जानकारी मधेपुरा जिला अध्यक्ष संजय कुमार ने दिया. श्री कुमार ने कहा कि पिछले 17 फरवरी 2020 से बिहार के चार लाख नियोजित शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में समान काम का समान वेतन सेवा शर्त पुरानी पेंशन ऐच्छिक स्थानांतरण समेत नियमित शिक्षक की भांति सभी सुविधाओं को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं. हड़ताली शिक्षकों पर बिहार सरकार के इशारे पर बिहार के विभिन्न जिलों में शिक्षकों को निलंबन बर्खास्तगी एवं झूठे मुकदमे में फंसाकर धनात्मक कार्रवाई किया जा रहा है मैं इसकी घोर निंदा करता हूं. इससे हमारे बिहार के नियोजित शिक्षक डरने वाले नहीं हैं. यह हड़ताल अनवरत जारी रहेगा.
जिले के शिक्षकों से अपील किया है कि अपने-अपने प्रखंड मुख्यालय में उपस्थित होकर अपने साथी के विरुद्ध की गई कार्रवाई के विरोध में इकट्ठा होकर सरकार को बता दें कि हम लोग आपके कार्रवाई से डरने वाले और रुकने वाले नहीं हैं, हम अपना संवैधानिक अधिकार अब की बार लेकर रहेंगे और जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तब तक यह अनिश्चितकालीन हड़ताल अनवरत जारी रहेगा. श्री कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीति से सूबे की लाखों प्रारंभिक माध्यमिक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष आर्थिक एवं मानसिक शोषण का शिकार हो रहे हैं. हड़ताल से बिहार की शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त पड़ी हुई है.
बिहार के शिक्षकों ने अपने अधिकार के लिए पूरे बिहार के तमाम विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगों को अविलंब सरकार पूरा नहीं करती है तो बिहार के चार लाख शिक्षक आने वाले समय में उग्र आंदोलन करके सरकार को बता देगी कि हमारा संवैधानिक अधिकार क्या है. जब तक यह अधिकार राज्य सरकार के द्वारा शिक्षकों को नहीं दी जाती है तब तक हमारा आंदोलन अनवरत जारी रहेगा.

शनिवार को सभी प्रखंड मुख्यालय पर शिक्षक करेंगे विशाल धरना प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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February 22, 2020
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