बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ (बेएसा), पटना आलोक में जिला इकाई मधेपुरा द्वारा अपने मांगों के समर्थन में आज मधेपुरा ईकाई अंतर्गत सभी विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों द्वारा काला बिल्ला लगाकर कार्य कर, सरकार के दोहरी नीति के विरूद्ध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रहे कार्यपालक सहायकों ने बताया कि मिशन निदेशक, बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाईटी द्वारा मार्च 2018 में कार्यपालक सहायकों के सम्मानजनक मानदेय/सेवा सुरक्षा के तहत 60 वर्ष तक की नौकरी में बने रहने तथा अन्य सरकारी सेवकों के तरह भत्ता, ई०पी०एफ० की कटौती इत्यादि को यथाशीघ्र लागू करने का सकारात्मक आश्वासन दिया गया था। लेकिन विडंबना यह है कि एक वर्ष बीत जाने के बावजूद अद्यतन आज तक कोई भी ठोस पहल नहीं किया गया है, जिससे कार्यपालक सहायक मानसिक पिड़ाओं से दूर होकर कार्यों का संपादन करे। जबकि प्रायः देखा जा रहा है कि विभिन्न विभागों के संविदा कर्मियों का मानदेय बढ़ाया जा रहा है, जबकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं/ परियोजनाओं एवं विभागीय कार्यों में कार्यपालक सहायक कार्यालय कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहें है । परन्तु सरकार के द्वारा कार्यपालक सहायकों के महत्वपूर्ण भूमिका को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसलिए सरकार के इस दोहरी नीति के खिलाफ सभी कार्यपालक सहायक इस तरह का कदम उठाने को मजबूर है।
उन्होंने जिलाधिकारी, मधेपुरा से अनुरोध किया कि उपरोक्त बिन्दु के संदर्भ में मिशन निदेशक, बिहार प्रसाशनिक सुधार मिशन सोसाईटी को अपने स्तर से पत्र प्रेषित करने की कृपा की जाय। ताकि कार्यपालक सहायकों के उपरोक्त वर्णित समस्याओं का निराकरण हो सके अन्यथा सभी कार्यपालक सहायक सरकार के विरूद्ध उग्र आंदोलन करने को विवश होगें।
प्रदर्शन कर रहे कार्यपालक सहायकों ने बताया कि मिशन निदेशक, बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाईटी द्वारा मार्च 2018 में कार्यपालक सहायकों के सम्मानजनक मानदेय/सेवा सुरक्षा के तहत 60 वर्ष तक की नौकरी में बने रहने तथा अन्य सरकारी सेवकों के तरह भत्ता, ई०पी०एफ० की कटौती इत्यादि को यथाशीघ्र लागू करने का सकारात्मक आश्वासन दिया गया था। लेकिन विडंबना यह है कि एक वर्ष बीत जाने के बावजूद अद्यतन आज तक कोई भी ठोस पहल नहीं किया गया है, जिससे कार्यपालक सहायक मानसिक पिड़ाओं से दूर होकर कार्यों का संपादन करे। जबकि प्रायः देखा जा रहा है कि विभिन्न विभागों के संविदा कर्मियों का मानदेय बढ़ाया जा रहा है, जबकि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं/ परियोजनाओं एवं विभागीय कार्यों में कार्यपालक सहायक कार्यालय कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहें है । परन्तु सरकार के द्वारा कार्यपालक सहायकों के महत्वपूर्ण भूमिका को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसलिए सरकार के इस दोहरी नीति के खिलाफ सभी कार्यपालक सहायक इस तरह का कदम उठाने को मजबूर है।
उन्होंने जिलाधिकारी, मधेपुरा से अनुरोध किया कि उपरोक्त बिन्दु के संदर्भ में मिशन निदेशक, बिहार प्रसाशनिक सुधार मिशन सोसाईटी को अपने स्तर से पत्र प्रेषित करने की कृपा की जाय। ताकि कार्यपालक सहायकों के उपरोक्त वर्णित समस्याओं का निराकरण हो सके अन्यथा सभी कार्यपालक सहायक सरकार के विरूद्ध उग्र आंदोलन करने को विवश होगें।
मधेपुरा में कार्यपालक सहायकों ने अपनी मांगों के समर्थन में ड्यूटी पर लगाया काला बिल्ला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 06, 2019
Rating:
No comments: