जरा हटके: अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर नया और खूबसूरत रूप दे रही है शालिनी

सहरसा में रहने वाली शालिनी सिंह तोमर की कला अलहदा है और जीवन में एक सीख देती है कि कई चीजें ऐसी हैं जिन्हें हम बेकार समझते हैं और वो बड़े काम की निकल सकती है. 



शालिनी हस्तकला में जिला स्तरीय युवा महोत्सव में प्रथम आ चुकी हैं इसके अलावे कई कार्यक्रम में भी भाग ले चुकी हैं । पूर्णिया जिले की सिरसिया गाँव निवासी स्वर्गीय विनय सिंह व नैना सरकार की प्रथम पुत्री  शालिनी सिंह तोमर सहरसा में रहती हैं और वही सर्वनारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय की बी० ए० पार्ट टू की छात्रा है । शालिनी की माँ नैना सरकार मधेपुरा कॉलेज मधेपुरा में संगीत की प्रोफेसर हैं ।

शालिनी की माँ नैना सरकार बताती है की शालिनी बचपन से ही पढ़ाई के साथ कला के क्षेत्र में भी रूचि हैं । शालिनी हमेशा से सामाजिक कार्यो में भी अहम भूमिका निभाती रहती हैं । शालिनी बेटियों व महिलाओं के हित में सार्वजनिक शौचालय के लिये भी आवाज उठा चुकी हैं और इस मुद्दे पर अभी कार्य कर रही हैं ।

शालिनी ने कई अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग दीवार की सजावट, झालर, प्लास्टिक की वस्तुओं का फूलदान, अख़बार का फ़ोटो फ्रेम, पेन स्टैंड, थैली, बास्केट, चूड़ी स्टैंड, नेलपेंट स्टैंड, सीडी का फ़ोटो फ्रेम, फ्यूज बल्व का गुलदस्ता, दवा के बोतल का गुलदस्ता समेत अन्य चीजों का उपयोग बेहद खूबसूरती से किया है जिसे देखकर लोग अचंभित रह जाते हैं।

शालिनी का कहना है कि आज के आधुनिक समय में लोगों को बहुत ही सरल तरीके से जीवनजीने की आदत हो गई है. जिसके कारण उनके जीवन में जो भी अनुपयोगी वस्तुयें है उसका कोई मोल नहीं है, और यह आज के समय में प्रदूषण जैसी बहुत सी परेशानियों  का कारण बन रही है।

ऐसे में लोगों को यह मानना होगा कि कोई भी वस्तु बेकार नहीं होती, बस हमें उसका इस तरह से उपयोग करना जानना चाहिए ताकि उसका उपयोग बार-बार हो सके ।
(Report: R.K. Singh)
जरा हटके: अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर नया और खूबसूरत रूप दे रही है शालिनी जरा हटके: अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग कर नया और खूबसूरत रूप दे रही है शालिनी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 14, 2019 Rating: 5

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