बेहद खतरनाक रोग खसरा-रूबेला के टीकाकरण को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित

मधेपुरा जिला प्रशासन, जिला स्वास्थ्य समिति, यूनिसेफ, डब्लू एच॰ओ॰, यू॰एन॰डी॰पी॰ सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान ने शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर मे सीएस डा॰ शैलेन्द्र कुमार की अध्यक्षता मे रूबेला खसरा टीकाकरणअभियान सफलता के मीडिया कार्यशाला आयोजित किया ।


कार्यशाला को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा॰अशोक कुमार वर्मा ने रूबेला खसरा पर चर्चा करते हुए कहा कि खसरा -रूबेला संक्रमण रोग है और इससे मुक्ति के लिए शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास कार्यक्रम, पंचायती राज विभाग, जीविका के सहयोग लिया जा रहा है. यह अभियान 15 जनवरी से जिले शुरू हो रहे है। खसरा-रूबेला से पूर्ण मुक्त हो इसके हम संकल्पित है ।

उन्होने कहा कि इस अभियान के जरिये जिले के 9 माह से 15 वर्ष के 7 लाख, 77 हजार 5 सौ 20 बच्चे को टीकाकरण का लक्ष्य है । टीकाकरण देने के विद्यालय और आंगनबाडी केन्द्र पर नि:शुल्क व्यवस्था की गयी है. साथ ही सभी स्वास्थ्य केन्द्र मे टीकाकरण की व्यवस्था की जा रही है ।

सीएस डा॰ कुमार ने कार्यशाला को सम्बोधित करते कहा कि खसरा -रूबेला टीकाकरण कार्यक्रम का मकसद बाल मृत्यु दर मे कमी लाना और प्राणधातक प्रतिरोधक बीमारी खतरे से बचाना है। उन्होने कहा कि खसरा रूबेला के नाम से पहली बार प्रयोग मे लाया जा रहा है. यह टीका बच्चों को ऐसी विकृतियो से बचाता है, जो जन्म के साथही शरीर मे आ जाता हैऔर उसका इलाज भी नहीं होता है ।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के डा॰ सीमा सिंह ने कहा के भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन बधाई दी है। उन्होने कहा कि बच्चों के लिएअति घातक एंव जान लेवा बीमारी के खतरे के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम को लागू करने के विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत को बधाई देता है।
उन्होने वताया कि रूबेला वायरस से फैलने वाली ऐसी बीमारी है, जो किसी गर्भवती  महिला को हो जाए तो उनसे होने वाले बच्चे को  जन्मजात विकलांग बना देता है । रूबेला का वायरस किसी गर्भवती महिला मे आ जाय तो उनसे होने वाले बच्चे जन्म से अंधा, बहरा और मंद बुद्धि पैदा होगा।

यूनिसेफ के नलिन कुमार ने कहा कि बच्चो के टीका के प्रति समाज मे फैली मिथ्या आवघारणा को दूर करने के लिए और टीके में लोगो का विश्वास पैदा करने के लिए मीडिया का सहयोग जरूरी है । साथ ही मीडिया से आह्वान किया कि अकसर टीका को लेकर कभी  कभी कुछ शरारती तत्व लोगों में भ्रम पैदा करते है । उन्होने कहा कि ऐसी खबर मिले तो स्वास्थ्य विभाग से साझा करए ताकि अभियान पर उसका प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह सेफ है ।

आई एम ए के अध्यक्ष डा॰ एस॰एन॰ यादव ने कहा कि खसरा रूबेला एक जान लेवा बीमारी है । इसका बचाव मात्र टीकाकरण है । डब्लू एच ॰ ओ॰ के डा॰ राजेश कुमार ने कहा कि अभियान का लक्ष्य है कि एक भी बच्चा न छूटे ।डा॰ आर ॰के॰ पप्पू ने आम लोगों से आह्वान किया कि अपने बच्चे के जीवन को सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण जरूरी है ।

 कार्यशाला को  एस एम ओ डा॰ नरेन्द्र चौधरी, डा॰एच॰एन॰ प्रसाद, आलोक कुमार आदि ने सम्बोधित किया ।
बेहद खतरनाक रोग खसरा-रूबेला के टीकाकरण को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित बेहद खतरनाक रोग खसरा-रूबेला  के टीकाकरण को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 11, 2019 Rating: 5

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