'युवा देश का रीढ़ हैं': पड़ोस युवा ससंद कार्यक्रम का हुआ आयोजन

नेहरू युवा केन्द्र के सौजन्य से सामाजिक शैक्षणिक कल्याण संघ के बैनर तले पड़ोस युवा ससंद कार्यक्रम का आयोजन मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड मुख्यालय के सभागार में आयोजित किया गया.


कार्यक्रम का उद्धाटन पूर्व प्राचार्य नवलकिशोर जायसवाल, जिला नेहरू युवा क्लब के समन्वयक अजय गुप्ता, राष्ट्रीय कवि प्रमोद कुमार सूरज ने संयुक्त रूप से किया.

कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान व स्वागत गीत से हुआ. स्वागत गीत भारती व सुप्रिया कुमारी ने प्रस्तुत की. मौके पर प्रो.नवल किशोर जायसवाल ने कहा कि युवा अगर चाह ले तो कुछ भी कर सकता है. युवा देश की रीढ़ हैं. बच्चे युवा अवस्था में हीं बिगड़ते भी हैं और यही अवस्था उनके सुधरने का भी है. अतः युवा जोश में आ कर कुछ गलत न कर बैठे समाज का कर्तव्य है कि उन्हें सही राह दिखाया जाए और युवाओं को भी चाहिए कि वो समाज के शिक्षित वर्गों के संगत में रहें. जब आप शिक्षित होंगे तभी आप एक शिक्षित और सभ्य समाज का निर्माण कर सकते हैं. अन्यथा आप जीवन मे कभी मंजिल तक नही पहुँच पाएंगे.

जिला युवा क्लब के समन्वयक अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हैं कि युवाओं को एकत्रित कर उन्हें आगे बढ़ने लिए प्रेरित करना. ताकि वे अच्छा कार्य कर अपने अभिभावक हीं नहीं बल्कि गांव और समाज दोनों का नाम रौशन कर सके.

वहीं राष्ट्र कवि प्रमोद कुमार सूरज ने कहा कि युवा शरीर के रक्त के समान हैं. जिस तरह शरीर रक्त के बगैर नहीं रह सकती उसी तरह कोई देश युवाओं के बिना नहीं चल सकती है. डॉ राजेश रंजन ने कहा कि माता जन्म , पिता उनके भविष्य को संवारने में मदद करते हैं लेकिन अच्छा संस्कार उन्हें शिक्षक से ही मिलते हैं.  एक समय था कि लोग जब पूर्वज 10 -10 किलोमीटर दूर स्कूल में अपने  बच्चों को भेजा करते थे लेकिन अभी के समय मे कदम कदम पर विद्यालय खुल चुका है. इसका भरपूर फायदा लेकर समाज मे एक अच्छा संस्कार का शंखनाद करते हुए एक अमिट छाप छोड़ सकते हैं. शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य भी जरूरी है. स्वास्थ्य रहने के लिए अपने शरीर के साथ-साथ समाज के लोग व आसपास के जगहों को  साफ रखें. सुबोध सौरभ ने कहा कि हमारी ताकत की शुरुआत आपकी शिक्षा से होती है. शिक्षा का कोई अंत नही होता है. हमलोगों के पिछड़ा होने कारण आप युवाओं में उद्देश्य का खत्म होना है. लोग हमेशा आपके व्यक्तित्व व चरित्र का चित्रण करता है. आगे आने के लिए आपको खुद आगे आना होगा. फूल की  सुगंध केवल हवा में फैलयी है लेकिन व्यक्ति का पहचान हर जगह पर होता है. जब तक हम अपने उद्देश्य के मंजील तक नहीं पहुंचते हैं तबतक हमें कदम को बढ़ाते रहने चाहिए. उस रास्ते पर चलने में बहुत सारी समस्या का सामना करना पड़ता है  लेकिन हमें कही पीछे नही हटना चाहिए. तभी हम मंजिल तक पहुंच पाएंगे.

युवा समाजसेवी मनोज शर्मा ने कहा कि धरती पर कोई भी चीज खराब नही होता है बस फर्क होता हैं कि हम उसे सही जगह पर उपयोग नहीं कर पाते हैं. और चीज का दोष देते है कि समान खराब है. एक चिंगारी घर को जला सकती है तो हम सभी को भी चिंगारी बनना ताकि समाज में भलाई हो सके. मुखिया सुनील यादव ने कहा कि आज के बच्चे कई तरह के नशा के शिकार हैं. सभी के सभी ताश खेलते नजर आ जाते हैं तो कोई पान मसाला का प्रयोग करते मिलते हैं. और जब उनसे पूछा जाता है कि आप पढ़ाई कर रहे हैं तो उदासी मन से जबाव मिलेगा कि मैं गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ता हूँ , जो कि उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है. लेकिन अपने अंदर छिपे कारण को कभी नही दर्शाते हैं अगर वही बच्चे मन से तैयारी कर तो वह कुछ भी कर सकता है. सिर्फ उनके पास कुछ करने का  एक जुनून होनी चाहिए. उन्होंने लड़कियों के बारे में भी कहा कि नारी जब जागती हैं तो अधिकार मांगती है जब जब समाज मे दुराचार होती है तो दुर्गा,भवानी बनकर उसका संहार करती है. इसलिए नारी कभी कमजोर नहीं है. बस उनमें जज्बा होनी चाहिए. 


मौके पर राहुल यादव, आशीष कुमार,राजीव रंजन गांधी, कुमार सज्जन, मोजिम आलम, अजय कुमार, गणेश कुमार, ओमप्रकाश, गुलाब, विशाल कुमार, सकीना कुमारी, गुरिया कुमारी, स्वीटी कुमारी, सुप्रिया कुमारी, रणधीर कुमार, अभिषेक कुमार, बहादुर शर्मा, मो मासूम, भारती कुमारी आदि मौजूद थे. कार्यक्रम का मंच संचालन नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार सुमन ने किया.
'युवा देश का रीढ़ हैं': पड़ोस युवा ससंद कार्यक्रम का हुआ आयोजन 'युवा देश का रीढ़ हैं': पड़ोस युवा ससंद कार्यक्रम का हुआ आयोजन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 13, 2018 Rating: 5

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