आठ दिवसीय हड़ताल का दूसरा दिन: लैब कर्मियों ने रखा एक दिवसीय उपवास

ऑल इंडिया मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजीस्ट (अमाल्टा) के आह्वान पर जिले के सभी पैथोलॉजी कर्मी द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में 06 सितंबर से 13 सितंबर तक चलने वाली आठ दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को सभी लैब कर्मियों ने एक दिवसीय उपवास रखा. 


मौके पर उपस्थित ऑल इंडिया मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजीस्ट अमाल्टा के जिला अध्यक्ष गजेंद्र कुमार ने कहा कि उनलोगों की मांगों पर पुनर्विचार करने तक पूरी बिहार में चट्टानी एकता के साथ हड़ताल जारी रहेगा. वहीं हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को आईएमए के अध्यक्ष ने भी हड़ताल का समर्थन किया है. जिलाध्यक्ष ने हड़ताल को समर्थन देने के लिए आईएमए को धन्यवाद भी ज्ञापित किया है. 

अपनी मांगों से अवगत कराते हुए जिलाध्यक्ष ने बताया कि सरकार के द्वारा लेबोरेटरी टेक्नोलॉजीस्ट का काउंसिल गठन किया जाए. सरकारी अस्पताल में हस्ताक्षर करते हैं तो मान्य है लेकिन प्राइवेट पैथोलॉजी में हस्ताक्षर मान्य नहीं है. यह दोहरी नीति सरकार बंद करें. उन्होंने कहा कि अगर हम लोग सरकारी अस्पताल में काम करते हैं तो हम वैध है. लेकिन निजी पैथोलॉजी में काम करते हैं तो हम अवैध कैसे हो गए. इस प्रकार सरकार की दोहरी नीति नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं परंतु सरकार के सारे काम जैसे ब्लड बैंक, एड्स, टीबी उन्मूलन, कालाजार एवं सरकारी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के सहारे काम लिया जाता है. 

मौके पर जिला सचिव मनोज कुमार, दिनेश कुमार, प्रमोद यादव, नूर आलम, जवाहर कुमार, उमेश कुमार, कैलाश यादव, संजय यादव, अजय कुमार, ओम यादव, दानी सिंह, विकास कुमार, राजकुमार, आरके राणा, अश्वनी कुमार, प्रमोद कुमार, विक्रम कुमार सहित अन्य लैब कर्मी उपवास पर रहे.

वहीं ऑल इंडिया मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजीस्ट अमाल्टा द्वारा घोषित आठ दिवसीय हड़ताल को व्यवहारिक रूप से आईएमए समर्थन करता है. उक्त बातें आईएमए के जिला सचिव डॉक्टर दिलीप कुमार सिंह प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहीं. उन्होंने कहा कि आईएमए उच्च न्यायालय का सम्मान करते हुए एवं पूर्णरूपेण विश्वास, आशा और भरोसा करते हुए यह उम्मीद करता है कि ऑल इंडिया मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजीस्ट अमाल्टा को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि जैसा कि सभी जानते हैं कि पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट की घोर कमी है. मधेपुरा के सुदूर एवं पिछड़े इलाके में सभी चिकित्सक प्रैक्टिस करते हैं और बेहतर इलाज के लिए बुनियादी जांच की जरूरत पड़ती है. जिसके बिना आज कल के युग में कानूनी एवं व्यवहारिक रूप से रोगी को देखने में कठिनाई होती है. 
आठ दिवसीय हड़ताल का दूसरा दिन: लैब कर्मियों ने रखा एक दिवसीय उपवास आठ दिवसीय हड़ताल का दूसरा दिन: लैब कर्मियों ने रखा एक दिवसीय उपवास Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 07, 2018 Rating: 5

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