भारत की कम्युनिस्ट
पार्टी
(मार्क्सवादी ) का कई मुद्दों को
लेकर पुरैनी अंचल का 22 वां अंचल सम्मेलन मंगलवार को मधेपुरा जिले के पुरैनी
मुख्यालय के बड़ी हाट परिसर मे हुआ ।
अंचल मंत्री का 0 श्याम सुंदर यादव की
अध्यक्षता मे आयोजित सम्मेलन मे सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता व आमजन उपस्थित थे
।
सम्मेलन को संबोधित
करते हुए सीपीआई एम के राज्य सचिव कामरेड अवधेश कुमार ने कहा कि हमारी लड़ाई
सामाजिक न्याय के तीन आधार शिक्षा रोजगार एवं भूमि सुधार है और एक वामदल ही ऐसी
पार्टी है जो पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ाई लड़ती है। हम अन्य
पार्टीयो की तरह केवल वोट बैंक की राजनीति नही करते बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति
के हक-हकूक की लड़ाई लड़ते है और लड़ते रहेंगे । पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ अंतिम
दम तक लड़ाई लड़ते पूंजीवादी व्यवस्था के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ाई लड़ते सभा को
सम्बोधित करते हुए श्याम सुंदर यादव ने कहा कि गरीबों की सभी योजनाओं में कटौती की
जा रही है । इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार को गरीब विरोधी बताया।
उन्होंने कहा कि सूबे में हत्या,लूट, अपहरण, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। कार्यक्रम के बाद ग्यारह सूत्री मांगों का ज्ञापन बीडीओ को सौंपा गया। सीपीआई जिला सचिव मनोरंजन सिंह ने कहा की वर्तमान में भारतीय लोकतंत्र खतरे मे है। देश की बुनियादी समस्या गरीबी,बेकारी, महँगाई एवं अत्याचार से ध्यान हटाने के लिये गाय, गोत, गंगाजल, हिन्दू- मुस्लिम, मंदिर- मस्जिद का विवाद खड़ा कर देश की बहुमूखी विकास को समाप्त करना चाहता है। सीपीआईएम् बिहार किसान सभा के सदस्य कमलेश्वरी साह ने कहा कि सीपीआईएम इस मनुवादी ताकत की साजिश को सफल नही होने देगी । उन्होने एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ पीड़ित परिवार को छह हजार रुपये अविलंब दिया जाए।मधेपुरा भाकपा के जिला सचिव कृष्ण कुमार यादव ने अपने सम्बोधन मे कहा की केंद्र एवं राज्य सरकार जन विरोधी है । देश के किसान एवं नौजवान का बुरा हाल है गरीब और दलित जानवर की जिंदगी जी रहे है। राज्य के लोग परेशान है लेकिन सरकार हमारी समस्या का समाधान करने की बजाय समुदाय की राजनीति करने मे मशगूल है । सरकारी घोषणा हवा हवाई साबित हो रही है यह अनदेखी को सीपीआईएम कभी बर्दाश्त नही करेगी।
उन्होंने कहा कि सूबे में हत्या,लूट, अपहरण, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। कार्यक्रम के बाद ग्यारह सूत्री मांगों का ज्ञापन बीडीओ को सौंपा गया। सीपीआई जिला सचिव मनोरंजन सिंह ने कहा की वर्तमान में भारतीय लोकतंत्र खतरे मे है। देश की बुनियादी समस्या गरीबी,बेकारी, महँगाई एवं अत्याचार से ध्यान हटाने के लिये गाय, गोत, गंगाजल, हिन्दू- मुस्लिम, मंदिर- मस्जिद का विवाद खड़ा कर देश की बहुमूखी विकास को समाप्त करना चाहता है। सीपीआईएम् बिहार किसान सभा के सदस्य कमलेश्वरी साह ने कहा कि सीपीआईएम इस मनुवादी ताकत की साजिश को सफल नही होने देगी । उन्होने एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ पीड़ित परिवार को छह हजार रुपये अविलंब दिया जाए।मधेपुरा भाकपा के जिला सचिव कृष्ण कुमार यादव ने अपने सम्बोधन मे कहा की केंद्र एवं राज्य सरकार जन विरोधी है । देश के किसान एवं नौजवान का बुरा हाल है गरीब और दलित जानवर की जिंदगी जी रहे है। राज्य के लोग परेशान है लेकिन सरकार हमारी समस्या का समाधान करने की बजाय समुदाय की राजनीति करने मे मशगूल है । सरकारी घोषणा हवा हवाई साबित हो रही है यह अनदेखी को सीपीआईएम कभी बर्दाश्त नही करेगी।
इस
दौरान संतोष पासवान, गणेश साह, सुरेश
मिस्त्री,
भुपेन्द्र यादव, मिथलेश शर्मा, सुभाष पंडित, सियाराम मेहरा, राजेन्द्र राम मिथिलेश शर्मा, विजय पासवान, कामेश्वर मेहता सहित दर्जनों भाकपा कार्यकर्ता उपस्थित थे.
समुदाय की राजनीति करने मे मशगूल है सरकार: सीपीआईएम
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 12, 2017
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