कभी आडवाणी का रथ रोकने वाले आर के सिंह को मंत्री बनाये जाने पर उत्सवी माहौल


सुपौल। सुपौल के लाल व आरा के सांसद राजकुमार सिंह को मोदी मंत्रीमंडल में उर्जा मंत्री के रूप में शामिल किये जाने पर कोसी सहित उनके पैतृक गांव बसबिट्टी में जश्न का माहौल है।


पूर्व गृह सचिव आर के सिंह को मंत्री बनाये जाने के बाद जिला मुख्यालय सहित उनके गांव में दिनभर उत्सवी माहौल रहा। खुशी झूमते बसबिट्टी के लोग उनके घर पहुंच को एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। वहीं कई ग्रामीण गुलाल लगा कर एक दूसरे को बधाई दिया।
 
इधर सुपौल भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भी शहर के लोहियानगर चौक पर खुशी का इजहार करते नारेबाजी की। हर्षोउल्लासित कार्यकर्ता स्थानीय लोगों के बीच मिठाई बांट कर प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार प्रकट किया।

मौके पर उपस्थित वरीय भाजयुमो कार्यकर्ता प्रकाश झा ने कहा कि आज सुपौल वासी अपने आप में गौरवान्वित हैं। कहा कि विकास की पथ पर अग्रसर सुपौल की वह दिन दूर नहीं की सुपौल उर्जा के मामले में कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार में उर्जा मंत्रालय के पद को सुपौल के विधायक बिजेंद्र प्रसाद यादव संभाल रहे हैं। वहीं अब देश के उर्जा मंत्रालय का कार्य आर के सिंह संभालेंगे। अब जब इन्हें ऊर्जा राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार मिला है तो ऐसे में राज्य और देश में उर्जा मंत्रालय का जिम्मा एक ही जिले से होगा।

जानिए आर. के. सिंह को: आरा, बिहार से लोकसभा सांसद हैं राज कुमार सिंह उर्फ आर के सिंह. संसद की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, पेंशन, जन शिकायत और कानून और न्याय संबंधी मामलों की स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य भी हैं. राजकुमार सिंह 1975 बैच (बिहार काडर) के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. वह भारत के गृह सचिव भी रह चुके हैं. अपने शानदार करियर में आर के सिंह कई विभागों में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं. जिनमें रक्षा उत्पाद सचिव, गृह सचिव, इंडस्ट्रीज, जन कार्य और कृषि विभाग प्रमुख हैं. इन्होंने पुलिस और जेल आधुनिकीकरण और आपदा प्रबंधन के लिए ढांचा तैयार करने के लिए में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इसके अलावा आर के सिंह ने दिल्ली के सेंट स्टीफेन कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में पढ़ाई की है फिर कानून में बैचलर डिग्री हासिल की. वह नीदरलैंड की आरवीबी ड्वेल्फ यूनिवर्सटी से भी पढ़ाई कर चुके हैं. बता दें कि आरके सिंह वही आईएएस हैं, जिन्होंने रामलहर के रथ पर सवार लालकृष्ण आडवाणी को 30 अक्टूबर 1990 को गिरफ्तार किया था. बता दें आर के सिंह उस वक्त समस्तीपुर के डीएम थे.
(उप संपादक अशोक यादव के साथ कुमार शशिरंजन सुपौल से)
कभी आडवाणी का रथ रोकने वाले आर के सिंह को मंत्री बनाये जाने पर उत्सवी माहौल कभी आडवाणी का रथ रोकने वाले आर के सिंह को मंत्री बनाये जाने पर उत्सवी माहौल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 03, 2017 Rating: 5
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