मधेपुरा जिले के घैलाढ़ के अंचलाधिकारी सतीश कुमार को एक मनरेगा कर्मी द्वारा असभ्य
भाषा का इस्तेमाल करते बोरिया बिस्तर बाँध कर चले जाने की धमकी देने का मामला
प्रकाश में आया है.
गुरुवार को अंचल कार्यालय में मनरेगा कर्मी ने कार्यालय पहुंचकर अंचल कर्मी को
बड़े रौब से पूछा कि सीओ कहां है? अंचल कर्मी ने बताया की फसल क्षति के आवेदन हेतु हर एक पंचायत
में कैंप लगाया गया है उसी के निरीक्षण करने गए हैं. उतने में उन्होंने असभ्य जाति
सूचक भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि उनके गले में चप्पल की माला पहनाकर पूरे
बाजार में घुमाएंगे और अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए बोला कि उसको कह देना कि
बोरिया-बिस्तर बांध लें. उधर अंचलाधिकारी सह प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश कुमार जब
कार्यालय पहुंचे तो इस बात की जानकारी अंचल कर्मी द्वारा उन्हें दी गई. तब पता चला
कि वह मनरेगा कार्यालय में कार्यरत पंचायत रोजगार सेवक रंजू कुमारी थी.
क्या था मामला?: सभी प्रखंड क्षेत्र
में जिला पदाधिकारी के निर्देशानुसार बाढ़ और अत्यधिक वर्षा होने के कारण फसल
नुकसान को लेकर सभी पंचायतों में सरकारी कर्मी, रोजगार सेवक, किसान
सलाहकार, इंदिरा आवास सहायक आदि को फार्म जमा करने हेतु
नियुक्त किया गया है, जिसमें रंजू कुमारी ना तो ट्रेनिंग और
न ही बैठक और कैंप में भागीदारी ले रही थी, जिस कारण बुधवार
को झिटकिया पंचायत में कैंप लगाकर ले रहे आवेदन में बाधा उत्पन्न हो रहा था जिसको
लेकर ग्रामीणों में काफी रोष देखने को मिला.
इसी दौरान अंचलाधिकारी सतीश कुमार व कृषि पदाधिकारी
जयंत रजक और कार्यक्रम पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने कैंपों का जायजा लेने पहुंचे तो
वहां की जनता ने रोजगार सेवक का खुलकर विरोध किया.
वहीं अंचलाधिकारी सह प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी सतीश कुमार को पूछे जाने पर बताया
कि इस घटना की सूचना जिला पदाधिकारी मधेपुरा व उप विकास आयुक्त मधेपुरा और घैलाढ़
थाना को दे दी गई है.
घैलाढ़ अंचलाधिकारी को मिली मनरेगाकर्मी की धमकी, जांच शुरू
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 24, 2017
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