मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड में बाढ़ के पानी की स्थिति भयावह हो गई है । ऐसी
स्थिति देखकर लोगों को देखकर कुसहा त्रासदी 2008 की प्रलयंकारी बाढ़ की याद आ रही है ।
दहशत में है चौसा प्रखंड के करीब 9 पंचायत । जिला पदाधिकारी मो. सोहैल ने बाढ़
क्षेत्र का दौरा किया और कहा कि हर संभव सहायता के लिए मैं तत्पर हूँ । मालूम हो
कि लगातार बारिश और स्थानीय नदियों में उफान की वजह से बाढ़ का पानी इतना भयावह
स्थिति में हो गई है कि लोग दहशत में हैं, और कुसहा त्रासदी
2008 के प्रलयंकारी बाढ़ को याद कर रहे हैं । किसानों के हजारों एकड़
खेतों में लगे फसल बर्बाद हो गये हैं ।
बताया जाता है कि चौसा प्रखंड के 13 पंचायत में से करीब 9 पंचायत के दर्जनों गांव में बाढ़ के पानी से लोग दहशत में हैं, जिसमें कुछ पंचायत पूर्ण रूपेन प्रभावित है, तो कुछ
आंशिक रूप से । सम्पूर्ण पंचायत में फुलौत पूर्वी, फुलौत पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी, पैना और
आंशिक रूप से लौआलगान । पूर्वी, लौआलगान पश्चिमी, चौसा पश्चिमी,घोषई में बाढ़ का पानी फसल लगे खेतों और
घरों में भी पानी प्रवेश कर गया है । जिससे लोगों में असुरक्षा का माहौल है । लोग
रात-रात भर जाग कर अपनी सुरक्षा कर रहे हैं । सब से अधिक औरत, बच्चे, बूढ़े और मवेशी को परेशानी है ।
आज मधेपुरा के जिला पदाधिकारी मो. सोहैल ने चौसा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित
क्षेत्र फुलौत का दौरा किया और बाढ़ पीड़ित से मुलाकात कर वह चलाए जा रहे बाढ़ शिविर
का निरीक्षण भी किये और स्थानीय पदाधिकारी को कई निर्देश दिए और लोगों से कहा कि
हम आप के साथ हैं हम आप लोगों के हर सहायता के लिए तत्पर रहूँगा ।
इधर चौसा मुख्यालय से फुलौत मोरसंडा को जोड़ने वाली सड़क के ऊपर भी काफी पानी
बहने से लोगों में इस बात की चर्चा है कि पानी तो 2008 कुसहा त्रासदी से भी अधिक आ चुका है ।
उस समय इस सड़क पर पानी नही था इस बार इसके ऊपर से पानी गुजर रहा है । वहीं चौसा
पश्चिमी पंचायत के कब्रिस्तान के पीछे बसे लोगों के घरों में पानी प्रवेश करने से
मोहम्मद गफ्फार, मोहम्मद कलीम, मोहम्मद
आलम, मोहम्मद नज़रुल सदमे में है । सभी लागों का कहना है कि
मेरे चूल्हे तक में पानी घुसा हुआ है । दो दिनों से खाना तक नहीं बना है कोई पूछने
वाला भी नहीं है । अगर इसी तरह पानी बढ़ता रहेगा तो हम लोगों का क्या होगा?
चौसा अंचलाधिकारी अजय कुमार ने कहा कि बाढ़ पीड़ित के लिए सुखा राशन का अभी तक
सात हजार पैकेट वितरण किया जा चुका है और यह लगातार अभी चलने ही वाला है । जो भी
सरकारी सहायता होगी वह सभी को मिलेगा । चौसा चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमित कुमार ने
कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र फुलौत में सभी मेडिसिन उचित मात्र में उपलब्ध है और
तीन डॉक्टरों को वहां लगाया गया है ।
मधेपुरा के चौसा में भी स्थिति भयावह, 9 पंचायतों के दर्जनों गाँव में पानी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 17, 2017
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