
उक्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आम जनों ने भाग लिया. अध्यक्षीय भाषण के पश्चात आरएसएस बिहार झारखंड के क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त जी ने संबोधित किया. उन्होंने पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालाऔर कहा कि आरएसएस की स्थापना सन् 1925 में हुई. तब से यह पर्व मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि सूर्य हर माह एक राशि में संक्रमण करता है, लेकिन जब यह धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तो हम सभी मिलकर यह पर्व मनाते हैं. जब सूर्य धनु में रहता है तो उसकी किरणें तिरछी निकलती है औऱ मकर में प्रवेश करने पर लंबवत हो जाती है. तब रात छोटी व दिन बड़ा करने लगता है, जो महत्वपूर्ण माना जाता है. उन्होंने आगे कहा कि समाज को लोग जाति में बांट सकते हैं लेकिन रिश्तों को कोई धर्म या मजहब में नहीं बांट सकता है. रिश्ते सबके एक होते हैं. यह पर्व सामाजिक समरसता बताने का पर्व है. संघ के अंदर जाति-पाति, छूआछूत नहीं देखते.
मौके पर विभाग प्रचारक जीवन कुमार, संजय सेठिया, गोपाल जायसवाल समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थिति थे. इस मौके पर मुरही-घुघनी,
जलेबी, तिलवा समेत अन्य सामग्री परोसा गया.
(रिपोर्ट:
रानी देवी)
मधेपुरा में आरएसएस ने मनाई मकर संक्रांति, बताया रिश्तों का महत्त्व
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 18, 2017
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