डीएम के निर्देश पर स्कूलों का औचक निरीक्षण ने खोली शिक्षा व्यवस्था की पोल

कदाचार पर नकेल कसने के बाद अब मधेपुरा के जिलाधिकारी मो० सोहैल मधेपुरा के सरकारी स्कूलों की पढ़ाई सुधारने की कोशिश में हैं.
      आज जिले के सिंहेश्वर प्रखंड में जिलाधिकारी के निर्देश पर सिंहेश्वर प्रखंड में बीडीओ और सीओ ने अलग अलग अभियान चला कर 11 विद्यालय में लगभग तीन दर्जन शिक्षकों को अनुपस्थित पाया तथा कई विद्यालय तो 8 बजे तक भी बंद पाये गये.
      जिले में गिरती शिक्षा व्यवस्था को देखते हुए डीएम मो. सोहैल ने सभी बीडीओ और सीओ को प्रतिदिन विद्यालय की जांच कर तुरंत रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था. पिछले दिनों जिलाधिकारी मो० सोहैल ने मीडिया को बताया था कि स्कूलों की जांच खुलने और बंद होने से पहले के समय में करवाई जायेगी जिससे शिक्षक अनुपस्थित न रह सके. उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि जांच में शिक्षा विभाग के अधिकारी नहीं रहेंगे जिससे कि किसी भी तरह के मिलीभगत की आशंका को खारीज किया जा सके.
        सिंहेश्वर प्रखंड में आज हुई जांच में बीडीओ अजीत कुमार ने चार विद्यालयों की जांच की. जिसमें मध्य विद्यालय सबैला में 15 शिक्षकों मे प्रधानाध्यापक सहित मात्र 3 शिक्षक उपस्थित थे. कन्या उर्दू प्रार्थमिक विधालय झिटकीया में 8 शिक्षकों मे मात्र 2 शिक्षक उपस्थित थे. उर्दू प्रार्थमिक विधालय झिटकीया में  6 में 4 शिक्षक उपस्थित थे और उ• म• विधालय सिंहेश्वर मे 10 शिक्षकों मे 7 शिक्षक उपस्थित थे. दूसरी ओर सीओ जय जय राम यादव ने 7 विद्यालयों में 3 विद्यालयों को पूरी तरह बंद पाया. चार में मध्य विद्यालय ईटहरी में 12 शिक्षकों मे 6 अनुपस्थित रहे तथा 5 प्रतिनियोजित हैं. उ• म• विधालय पटोरी में 8 शिक्षकों मे एक शिक्षक अभय कुमार अनुपस्थित रहे. म• विधालय कुम्हारटोला पटोरी में 12 में 2 अनुपस्थित रहे तथा प्राथमिक विद्यालय गौडीपुर उत्तर में 6 शिक्षकों मे 2 अनुपस्थित रहे.
     उधर मुरलीगंज प्रखंड में भी बीडीओ के औचक निरीक्षण में 42 शिक्षकों की हाजरी काटी गई है. बीडीओ अनुरंजन कुमार ने बताया कि कुल आठ विद्यालयों में से नगर पंचायत क्षेत्र के सोनी मध्य विद्यालय से 8, बालिका मध्य विद्यालय से 7, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयरामपुर से 5, आदर्श मध्य विद्यालय से 12, पंचायत क्षेत्र के मध्य विद्यालय, भेलाही से 4,प्राथमिक विद्यालय, कोल्हायपट्टी से 3, नवसृजित विद्यालय नयानगर रजनी से 2, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जमुवान टपरा से 1 शिक्षक अनुपस्थित थे. सभी अनुपस्थित शिक्षकों पर प्रशासनिक कार्यवाही किये जाने की बात कही गई है.
       कुल मिलाकर एक दिन के औचक निरीक्षण ने शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. सवाल उठता है कि सरकार के द्वारा शिक्षा पर इतना खर्च करने के बाद भी शिक्षकों के द्वारा शिक्षण कार्य के प्रति लापरवाही के रोज-रोज नये-नये किस्से सुनने को मिलते हैं. पर जिस तरह से डीएम ने कदाचारमुक्त परीक्षा करवाने के बाद अब स्कूलों की पढ़ाई पर कड़ाई की है उससे उम्मीद की जा सकती है कि यह  सजगता शायद नई पौध के लिए वरदान बन जाय.
डीएम के निर्देश पर स्कूलों का औचक निरीक्षण ने खोली शिक्षा व्यवस्था की पोल डीएम के निर्देश पर स्कूलों का औचक निरीक्षण ने खोली शिक्षा व्यवस्था की पोल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 11, 2016 Rating: 5

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