
मिली जानकारी के अनुसार कई दिनों की बंदी के बाद बैंक खुलने पर मामले पर संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों ने एसबीआई सहरसा के चीफ मैनेजर आर. के. चौधरी की अध्यक्षता में आंतरिक जांच कमिटी गठित की गई है जो गत 15 मार्च को सुपौल शाखा में फैशन ब्रांड गोविन्द कुमार सिंह के साथ डिप्टी मैनेजर एन. के. ठाकुर के द्वारा किये गए दुर्व्यवहार की जांच करेगी.
उधर बैंक ने उस बोर्ड को भी हटा दिया है जिसपर महाप्रबंधक सुजीत गुहा का फोन नंबर भी गलत लिखा हुआ था. लगाये गए आरोपों के बावत गोविन्द कुमार सिंह ने मधेपुरा टाइम्स को पूरी जानकारी देते हुए बताया था कि जब वे बंद हो चुके खाते को फिर से चालू कराने बैंक गए थे तो उनके साथ न सिर्फ डिप्टी मैनेजर एन. के. ठाकुर ने दुर्व्यवहार किया, बल्कि यहाँ तक धमकी दी थी कि बैंक से नहीं निकलने पर उन्हें लुटेरा कहकर एरेस्ट करवा देंगे.
हालाँकि मामले की जांच भले ही बैंक कर रही हो, पर अभी विजिलेंस सेल, राज्य सरकार और प्रधानमंत्री को भेजे शिकायत पर कार्यवाही होनी बाकी है. जाहिर है, अधिकरियों के द्वारा आम लोगों के साथ बेहतर व्यवहार की आवश्यकता कोशी के इलाके को है, जिससे गरीबी और पिछड़ेपन के मारे लोगों को सरकारी कार्यालयों में राहत महसूस हो सके.
उधर बैगलोर से घटना के पीड़ित और मशहूर फैशन डिजायनर गोविन्द कुमार सिंह में मधेपुरा टाइम्स की खबर पर हुए असर की जानकारी देते हुए कहा कि “Madhepura Times is doing great”.
[पढ़े पिछली खबर: सुपौल स्टेट बैंक के डिप्टी मैनेजर के दुर्व्यवहार के खिलाफ फैशन ब्रांड ने उच्चाधिकारी समेत प्रधानमंत्री से की शिकायत ]
(वि.सं.)
मधेपुरा टाइम्स की खबर का असर: सुपौल बैंक के डिप्टी मैनेजर के खिलाफ इन्क्वायरी शुरू
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 29, 2016
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