‘गरीबों के हमदर्द दो नेता लालू-नीतीश जब साथ हों, तो उन्हें कौन आईना दिखा सकता है, असंभव है, प्रतिद्वंदी कभी जीत ही नहीं सकता’: ‘मधेपुरा टाइम्स के पांच सवाल’ में बोले राजद प्रत्याशी प्रो० चन्द्रशेखर
मधेपुरा जिले की चार विधानसभा सीटों में सबसे ज्यादा चर्चित ‘मधेपुरा’ सीट पर कई दिग्गजों के इसबार भाग्य आजमाने की सम्भावना है. पर अभी तक लोगों की नजर एनडीए प्रत्याशी भाजपा के विजय यादव और महागठबंधन प्रत्याशी राजद के चंद्रशेखर पर ही टिकी हुई है.
राजद का टिकट लेकर कल ही मधेपुरा लौटे निवर्तमान मधेपुरा विधायक प्रो० चंद्रशेखर किसान आन्दोलन की उपज रहे हैं. वर्ष 1990 से अपना राजनैतिक जीवन शुरू किए चंद्रशेखर डॉ० राम मनोहर लोहिया और मधेपुरा के भूपेन्द्र नारायण यादव को अपना आदर्श मानते हैं. 03 मार्च 1961 को जन्मे राजद प्रत्याशी से हमने पांच सवाल किए. सवालों के जवाब उन्होंने बेबाकी के साथ दिया.
सवाल और जवाब आपके सामने इस तरह है:
सवाल नं.1: राजद नेतृत्व ने दूसरी बार आप पर भरोसा किया है, आप भरोसे को कितना कायम रख सकेंगे?
चंद्रशेखर: अहिंसा के पुजारी बुद्ध, महावीर के बिहार में कभी भी गांधी के हत्यारों की सरकार नहीं बन सकती है. राजद ने भरोसा किया है इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है. मधेपुरा की जनता कभी भी लालू यादव के भरोसे को नहीं तोड़ सकती. ऊपर से नीतीश कुमार का संरक्षण है. गरीबों के लिए लालू और नीतीश ने जो किया है उसके सामने कोई टिकने वाला नहीं है.
राजद का टिकट लेकर कल ही मधेपुरा लौटे निवर्तमान मधेपुरा विधायक प्रो० चंद्रशेखर किसान आन्दोलन की उपज रहे हैं. वर्ष 1990 से अपना राजनैतिक जीवन शुरू किए चंद्रशेखर डॉ० राम मनोहर लोहिया और मधेपुरा के भूपेन्द्र नारायण यादव को अपना आदर्श मानते हैं. 03 मार्च 1961 को जन्मे राजद प्रत्याशी से हमने पांच सवाल किए. सवालों के जवाब उन्होंने बेबाकी के साथ दिया.
सवाल और जवाब आपके सामने इस तरह है:
सवाल नं.1: राजद नेतृत्व ने दूसरी बार आप पर भरोसा किया है, आप भरोसे को कितना कायम रख सकेंगे?
चंद्रशेखर: अहिंसा के पुजारी बुद्ध, महावीर के बिहार में कभी भी गांधी के हत्यारों की सरकार नहीं बन सकती है. राजद ने भरोसा किया है इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है. मधेपुरा की जनता कभी भी लालू यादव के भरोसे को नहीं तोड़ सकती. ऊपर से नीतीश कुमार का संरक्षण है. गरीबों के लिए लालू और नीतीश ने जो किया है उसके सामने कोई टिकने वाला नहीं है.
सवाल नं.2: पिछली बार जदयू आपके खिलाफ थी, जबकि इसबार जदयू आपके साथ है और जदयू की पूर्व सहयोगी भाजपा आपके खिलाफ है, इस स्थिति में आप क्या सोचते हैं?
चंद्रशेखर: गरीबों के हमदर्द दो नेता नीतीश और लालू साथ हों और 88% जनता का जो प्रतिनिधित्व करते हों, उन्हें कौन आईना दिखा सकता है. असंभव है, कभी प्रतिद्वंदी जीत नहीं सकता.
सवाल नं.3: पिछले पांच साल के अपने कार्यकाल से आप कितना संतुष्ट हैं?
चंद्रशेखर: पिछले पांच साल में अपने विधान सभा क्षेत्र में छोटी-बड़ी लगभग 50 पुल-पुलिया, 168 किलोमीटर सड़क बनी है. हमारे पांच साल के कार्यकाल में लगभग 80 करोड़ रूपये और लोकल विकास मद को मिलाकर करीब एक अरब का काम हुआ है जो संतोष का विषय है, पर मैं पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूँ, अभी और भी बहुत काम करना है.
सवाल नं.4: मधेपुरा विधानसभा क्षेत्र में यदि जाति आधारित ध्रुवीकरण की बात करें तो इस बार यादवों का वोट बंटता नजर आ रहा है. वोट पर इसका क्या असर पड़ेगा?
चंद्रशेखर: सारे पार्टी यहाँ यादव प्रत्याशी ही उतारते हैं पर यहाँ रेकॉर्ड है कि मधेपुरा में सोसलिस्ट आधारित पार्टी ही चुनाव जीतती रही है. ये भूपेन्द्र बाबू की धरती है और ऊपर से इस बार तो नीतीश जी का भी साथ है. यादव के ध्रुवीकरण का सवाल ही नहीं उठता है.
सवाल नं.5: मधेपुरा सांसद पप्पू यादव का आप विरोध करते आ रहे हैं. उनके समर्थकों और उम्मीदवार से आप कितना खतरा महसूस करते हैं?
चंद्रशेखर: जो व्यक्ति पति-पत्नी समेत दो-दो बार राजद के आधार वोट से चुनाव जीते हों उनसे कोई खतरा नहीं है. पिछले चुनाव में उन्होंने मेरे खिलाफ राजेश रजनीश को खड़ा किया था जिन्होंने मात्र 3200 वोट लाया था. उतना वोट तो मुझे मेरे पंचायत में आ जाता है. उनसे मुझे किसी प्रकार का खतरा नहीं है.
(सूचना: हम अपनी इस रिपोर्ट में चंद्रशेखर द्वारा मधेपुरा टाइम्स को कही मूल बातों को संक्षिप्त में शामिल किया है, पूरी बात आप वीडियो में सुन सकते हैं. वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.)
(ब्यूरो रिपोर्ट)
‘गरीबों के हमदर्द दो नेता लालू-नीतीश जब साथ हों, तो उन्हें कौन आईना दिखा सकता है, असंभव है, प्रतिद्वंदी कभी जीत ही नहीं सकता’: ‘मधेपुरा टाइम्स के पांच सवाल’ में बोले राजद प्रत्याशी प्रो० चन्द्रशेखर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 26, 2015
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