मधेपुरा जिला के घैलाढ थानाक्षेत्र के अर्राहा निवासी आनंद मार्ग के वरिष्ठ आचार्य केदार नारायण सिंह के निधन के बाद इलाके में शोक की लहर फ़ैल गई. स्व० केदार नारायण सिंह 105 वर्ष के थे.
आचार्य केदार नारायण सिंह के निधन से जहाँ इलाके के लोग गमगीन हैं वहीं आनंदमार्ग के एक सशक्त प्रचारक के निधन से आनंदमार्गियों में गहरा दुःख है. बताया जाता है कि आचार्य केदार नारायण सिंह न सिर्फ आनंद मार्ग के वरिष्ठ आचार्य और साधक थे, बल्कि आनंदमार्ग के लिए इनके द्वारा लिखे गए गीत-संगीत भी अत्यंत लोकप्रिय हुए थे. इनका सारा जीवन आनन्द मार्ग के सिद्धांतों और मूलभूत आधारों के पालन में समर्पित था.
आचार्य के निधन पर जहाँ उन्हें अंतिम विदाई देने वालों का ताँता लगा रहा वहीँ स्व० आचार्य का डाह संस्कार आज उनके पैतृक गाँव अर्राहा में ही संपन्न हो रहा है.
आचार्य केदार नारायण सिंह के निधन से जहाँ इलाके के लोग गमगीन हैं वहीं आनंदमार्ग के एक सशक्त प्रचारक के निधन से आनंदमार्गियों में गहरा दुःख है. बताया जाता है कि आचार्य केदार नारायण सिंह न सिर्फ आनंद मार्ग के वरिष्ठ आचार्य और साधक थे, बल्कि आनंदमार्ग के लिए इनके द्वारा लिखे गए गीत-संगीत भी अत्यंत लोकप्रिय हुए थे. इनका सारा जीवन आनन्द मार्ग के सिद्धांतों और मूलभूत आधारों के पालन में समर्पित था.
आचार्य के निधन पर जहाँ उन्हें अंतिम विदाई देने वालों का ताँता लगा रहा वहीँ स्व० आचार्य का डाह संस्कार आज उनके पैतृक गाँव अर्राहा में ही संपन्न हो रहा है.
नहीं रहे आनंदमार्ग के वरिष्ठ आचार्य केदार नारायण सिंह: शोक की लहर  
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