‘संतों के दर्शन मात्र से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है’: राजस्व मंत्री

|बी० सिंह|07 नवंबर 2014|
संतों के दर्शन मात्र से ही मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है. पर संतों का दर्शन तब होता है जब प्रभु की कृपा होती है.
      मधेपुरा जिले के आलमनगर प्रखंड के महमूदा खुरहान में आयोजित दो-दिवसीय कोसी प्रमंडलीय संतमत सत्संग के 14वें वार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए सूबे के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने सत्संग में मौजूद श्रद्धालुओं से उक्त बातें कही.
      मंत्री श्री यादव ने उपस्थित संतों को माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और आशीर्वाद प्राप्त किया. उन्होंने कहा कि मनुष्य रूपी तन बहुत जतन से प्राप्त होता है इसलिए इसे अच्छे कारों से सफल बनाना चाहिए. संतमत सत्संग के प्रधान आचार्य स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीष वचन देते हुए कहा कि मानव को हिंसा, चोरी, नशा, झूठ एवं व्याभिचार से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की सेवा से बड़ा धर्म कुछ भी नहीं. सत्संग को स्वामी वेदानंद जी महाराज, स्वामी योगानंद जी महाराज तथा आगरा से आये स्वामी शाही शरण जी महाराज आदि ने भी संबोधित किया.
      इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष निरंजन कुमार, सचिव कुशेश्वर प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष मुखिया लव कुमार सिंह, पुरैनी प्रखंड प्रमुख जय प्रकाश सिंह, मुखिया अशोक साह, जनार्दन राय सहित हजारों श्रद्धालु थे जबकि मंच सञ्चालन अधिवक्ता विवेका कुमार के द्वारा किया गया.
‘संतों के दर्शन मात्र से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है’: राजस्व मंत्री ‘संतों के दर्शन मात्र से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है’: राजस्व मंत्री Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 07, 2014 Rating: 5

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