फर्जी और नाजायज तरीके से क्लिनिक चलाने वालों के
खिलाफ अपने अभियान और सख्त करते हुए मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने आज रामकृष्ण
हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर का औचक निरीक्षण किया.
डा०
संतोष कुमार के द्वारा चलाये जा रहे इस क्लिनिक पर सांसद पहुंचे तो वहां
कम्पाउन्डर और अस्पताल के कर्मचारियों में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया. गुमटी
पुल से बाएं रोड, साधू पथ, मधेपुरा में डा० उजित राजा के क्लिनिक के बगल में मौजूद
इस क्लिनिक में कई मरीज ऐसे मौजूद थे जिनका ऑपरेशन हुआ था और सांसद के पूछने पर
मरीजों ने बताया कि उनसे दस हजार रूपये सिर्फ फीस के लिए गए हैं. किसी ने कहा कि
दस हजार रूपये पहले जमा करा लिए गए और साढ़े आठ हजार रूपये की महज दवाइयां अभी तक
दी गई है. पाया गया कि यहाँ छ: डिलीवरी की पेशेंट थी और सबों का सीजेरियन किया गया
था. सांसद ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा
कि सभी छ: पेशेंट में एक का भी नॉर्मल डिलीवरी नहीं कराई गई.
रामकृष्ण
हॉस्पीटल एंड रिसर्च सेंटर में बेड के नाम पर खाली चौकी दी गई थी और अस्पताल में
सर्जरी का विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं था. सांसद ने मौके पर से ही मधेपुरा के सिविल
सर्जन को बुलाया और अस्पताल की स्थिति को दिखाया. हद तो तब हो गई जब एक महिला ने
संचालक अमित कुमार को दिखाते हुए कहा कि इसी ने उसका पेट चीरा था.
सांसद ने कहा कि डा० संतोष कुमार
रिश्ते में मेरे भाई लगते हैं. उनकी लड़ाई किसी खास व्यक्ति से नहीं है, बल्कि
सिस्टम से है. और इसे सुधारने की आवश्यकता है ताकि संसदीय क्षेत्र के ग़रीबों को
उनकी दुर्दशा से बाहर लाया जा सके.
डा० संतोष कुमार के निजी क्लिनिक की सांसद ने की जांच: पाई अनियमितता
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 19, 2014
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