|मुरारी कुमार सिंह|15 मार्च 2014|
गत 12 मार्च को कार्यकर्ताओं की बैठक में मधेपुरा के
भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस बात को उठाया था कि मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा
प्रत्याशी किसी पुराने कार्यकर्ता में से ही चुना जाना चाहिए. कार्यकर्ताओं ने
शायद पहले ही यह भांप लिया था कि शायद कोई नया व्यक्ति टिकट लेने में बाजी न मार
ले.
और अब
मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का प्रत्याशी विजय कुमार कुशवाहा को बनाये जाने
पर जिला भाजपा में विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल
कुमार यादव कहते हैं कि विजय कुमार कुशवाहा को टिकट मिलने की बात से मधेपुरा जिला
के भाजपा कार्यकर्ता हतप्रभ हैं. उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि ये क्या हो
गया. कार्यकर्ताओं को ये उम्मीद थी कि इसबार किसी स्थानीय नेता को टिकट दिया जाएगा
ताकि मोदी के पक्ष में हवा के रूख को देखते हुए वे मधेपुरा सीट को भी बीजेपी की
झोली में डालने के लिए अथक प्रयास कर सकें. श्री यादव ने कहा कि श्री कुशवाहा को
प्रत्याशी बनाकर मधेपुरा के भाजपा कार्यकर्ता के मानसम्मान को ठेस पहुंचाई गई है.
भाजपा मधेपुरा में विगत 17 वर्षों से गिरवी पड़ी थी. इस बार मौका मिला था, पर
कार्यकर्ताओं का जोश ठंढा पड़ गया है. मधेपुरा भाजपा अभी भी पार्टी नेतृत्व से
पुनर्विचार की मांग करती है.
उधर
भाजपा के महामंत्री सह भाजपा प्रवक्ता दिलीप सिंह ने भी कहा कि लगता है कि पार्टी
नेतृत्व किसी साजिश का शिकार हो गई है और ऐसे नेता को टिकट दे दिया गया है जिसका
यहाँ कोई जनाधार नहीं हैं. उन्होंने इस बात की आशंका जाहिर की कि कहीं शरद यादव को
मधेपुरा सीट से निकालने के लिए किसी ने ऐसी साजिश तो नहीं रच दी है जिसका शिकार
पार्टी नेतृत्व हो गई है. श्री सिंह ने पार्टी के शीर्ष नेताओं ने मधेपुरा सीट के
प्रत्याशी पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है.
भाजपा
के कई अन्य नए-पुराने नेता-कार्यकर्ताओं ने भी विजय कुमार कुशवाहा को टिकट देने पर
आपत्ति जताई है और वे अगले 19 मार्च को प्रशासन से अनुमति लेकर जिला मुख्यालय में
प्रदर्शन करने की भी योजना बना रहे हैं.
उधर
भाजपा से प्रत्याशी चुने गए विजय कुमार कुशवाहा ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि वे
भी हमेशा से कार्यकर्ता ही रहे हैं और मधेपुरा आते ही वे सबको मना लेंगे.
विजय कुशवाहा को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने पर कार्यकर्ताओं में मायूसी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 15, 2014
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