|राकेश सिंह |11 अक्टूबर 2013|
गत 30 सितम्बर को मधेपुरा थानान्तर्गत भर्राही ओपी
में पदस्थापित दरोगा द्रवेश कुमार की पत्नी अभिलाषा उर्फ सपना की मौत के रहस्य पर
से पूरी तरह पर्दा उठना अभी बाक़ी है. अभिलाषा के परिजन द्रवेश पर जहाँ हत्या का
आरोप लगा रहे हैं, वहीं पुलिस सूत्र इसे फिलहाल आत्महत्या का मामला मान रही है.
घटना को
दस दिन से ज्यादा हो चुके हैं और पुलिस का शिकंजा हत्यारोपी दारोगा पर मजबूत होता
नहीं दीख रहा है. निलंबित सब इन्स्पेक्टर अब तक कानून के लंबे हाथ से दूर है.
महज 22
साल की उम्र में ही सदा के लिए गहरी नींद सो चुकी अभिलाषा उर्फ सपना की माँ का अब
एक ही सपना बचा है. मधेपुरा टाइम्स से कहती है कि द्रवेश को फांसी होनी चाहिए,
जिसकी वजह से एक मासूम दुनियां में नहीं है. भर्राये गले से माँ बताती है कि 18
सितम्बर 1991 को जन्मी सपना बचपन से ही मेधावी छात्रा थी. वर्ष 2009 में मुरलीगंज
के बी. एल. हाई स्कूल से जब सपना ने फर्स्ट डिवीजन से पास किया था तो उसे सरकार के
द्वारा दस हजार बतौर ईनाम भी मिला था. जीव विज्ञान से आई.एस-सी. में भी जब सपना को
फर्स्ट डिवीजन मिला तो माँ-बाप सपना को और ऊंचाई पर देखने का ख्वाब देखने लगे. पर
डॉक्टर बनने का सपना देखने वाली सपना के सारे सपने बिखर चुके और उसने इस दुनियां
को अलविदा कह दिया. माँ की माने तो दामाद द्रवेश शक्की व्यक्ति था और उसने शादी के
बाद से ही सपना के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया था. शराब के नशे में वह अक्सर
पत्नी के साथ मारपीट करता था.
अभिलाषा की मौत की जांच शुरू हो चुकी है और अनुसंधानकर्ता
एसआई ललित मोहन सिंह अभिलाषा के घर जाकर पिता शिक्षक महेंद्र नारायण यादव का बयान
दर्ज कर चुके हैं. यदि साफ़-सुथरे अनुसंधान के बाद अभिलाषा की मौत का मामला
आत्महत्या का भी सामने आता है तो भी वर्तमान परिस्थितिजन्य साक्ष्य के मुताबिक़ पति
द्रवेश कुमार पर ‘एबेटमेंट
ऑफ सुइसाइड’
(आत्महत्या के लिए उकसाना/प्रेरित करना) का मुकदमा चलेगा ही क्योंकि जहाँ अभिलाषा
की मौत रिवाल्वर की गोली से हुई वहाँ सिर्फ पति और पत्नी ही रहते थे. 306 आईपीसी
की इस धारा में अभियुक्त को दस वर्ष की सश्रम कारावास की सजा हो सकती है. (क्रमश:)
अभिलाषा (आत्म)हत्या कांड: न बचे कसूरवार (भाग-1)
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 11, 2013
Rating:
![अभिलाषा (आत्म)हत्या कांड: न बचे कसूरवार (भाग-1)](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi5U9wp4Ct_S5Y7p6zxbRaFu74B66kV940cNYXhK_11WljgB8AMl_RZUHmcI8au4-jI7uLQqZUH51j3QyJ41P-LfCFgn1YK1UDiVaj-MPcDIdneQ7a5Tgx6f2sCzRmfokwgTHWVj_VeHwg/s72-c/4.Photo-0302_e1.jpg)
No comments: