“जिससे प्यार करती थी वही देह मंडी में बेच दिया”

|सहरसा से रणजीत राजपूत की रिपोर्ट |26 अप्रैल 2013|
नाम भारतीय नगर, काम- जिस्मफरोशी का धंधा. सहरसा के रेड लाईट एरिया की इस बार की छापेमारी ने यहाँ चलने वाले जिस्मफरोशी के धंधे को पूरी तरह उजागर कर दिया. सादिका और सोनी को तो अब प्यार शब्द से ही नफरत हो चला है. जिससे प्यार कर दुनियां बसाने चली थी उसने बेपनाह दर्द दे दिया.
      जीवन भर सिर्फ अपने प्रेमी की बनकर रहने का ख्वाब देख उसपर विश्वास कर करीब एक महीने पहले चली थी सादिका. उत्तर प्रदेश की बलिया जिले की रहने वाली सादिका को पहले तो उसका प्रेमी बनारस भगा लाया. फिर बनारस से पटना लाकर एक औरत के हवाले कर दिया. पटना में उस औरत ने सादिका को एक व्यक्ति के हवाले कर दिया जिसने सादिका को चार-पांच दिनों तक अपने साथ रखा. फिर वही औरत सादिका को लाकर सहरसा के भारतीय नगर में बेच डाला.
      प्रेमी ने सादिका के जिस्म से पहले खुद खेला और फिर उस दलदल में धकेल दिया जहाँ एक लड़की की जिस्म को तार-तार कर दिए जाते हैं.
      सहरसा के रेड लाईट एरिया की संजना, हिना, नैना और सबीना तो सहरसा के एसडीपीओ अशोक कुमार दास के नेतृत्व में की गई छापेमारी में पकड़ी गई, पर चकमा देने में माहिर हो चुके ये लड़कियां खुद के इस धंधे में लिप्त होने से इनकार करती है. पर बरामद सादिका ने इस रेड लाईट एरिया की पोल खोलते हुए बताया कि उससे दलाल चन्दन उर्फ आलम और उसकी पत्नी शाहजादी धंधा करवाती थी.
“जिससे प्यार करती थी वही देह मंडी में बेच दिया” “जिससे प्यार करती थी वही देह मंडी में बेच दिया” Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 26, 2013 Rating: 5

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