मकई का भुट्टा (बाली ) चुराने के आरोप में मासूम
नौनिहाल पर टूटा कहर. लात-मुक्का से पहले की
भरपूर पिटाई और जब इससे भी जब मन नहीं
भरा तो बांस
की करची एवं फट्टी से तबतक पीटता रहा
जबतक वह बेहोश न हो गया. घंटों उस खेत में इन मासूम पर अपनी ताकत का जोर-आजमाईश होता रहा. वहां मौजूद लोग इस जुल्म के गवाह बने लेकिन किसी को भी इस पर रहम और तरस नहीं आया.
घटना पतरघट ओ पी थानाक्षेत्र के धबौली गाँव की है. जहाँ नित्य दिन की भांति धबौली के ही अरूण कुमार सिंह का
पुत्र विश्वजीत आनन्द स्कूल गया
था. स्कूल जाने का जो रास्ता है वह खेतों की बीच बने मेड़ होके है और मेड़ के दोनों ओर के खेत में मकई का फसल लगा हुआ है. भुट्टा चोरी की घटना
पूर्व में भी हो रही थी. घटना
के दिन इसके साथ जो अन्य लड़का था उसने ही खेत के रखवाला को बताया की इसने ही भुट्टा की चोरी किया है
फिर किया था इस मासूम छात्र पर पर जम कर कहर टूटा. गंभीर रूप से घायल होने की स्थिति में पहले तो पी एच सी
पतरघट लाया गया जहाँ से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया जहाँ उसका इलाज चल रहा है।
मीडिया की पहल के बाद पुलिस हरकत में आई और तत्काल
मामला दर्ज कर कारवाई करते हुए देर रात अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कारवाई हुई अभियुक्त भले ही गिरफ्तार भी हो गई हो पर यहाँ महत्वपूर्ण सवाल है कि आखिर क्यों लोग कानून को अपने हाथों में लेने को आमदा है. अगर यही आलम रहा तो फिर पुलिस और अदालत की
क्या और कैसी जरुरत रह जायेगी.
भुट्टा चुराने के आरोप में दस वर्षीय मासूम की बेरहमी से पिटाई
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 27, 2013
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kkk
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