जिंदगी की जंग आखिर हार गई दामिनी
सरकार के हर दावे को नकार गई दामिनी
संविधान की सच्चाई कानून की कड़ाई
बड़बोलों के बुखार को उतार गई दामिनी
सत्य अहिंसा सदभावना सामजिक न्याय
ऐबपोशों के इस चादर को उघार गई दामिनी
और कितनी बहसी जुल्म का शिकार होगी दामिनी
शरीफों की शराफत न्यायवालों की नैतिकता
जुर्म के पहरेदारों को ललकार गई दामिनी.
--शम्भू शरण भारतीय, मधेपुरा.
मौत की खबर के बाद///शम्भू शरण भारतीय
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 30, 2012
Rating:

समय
ReplyDeleteसमय कालीरूपा तयकर
चुनौती दे रहा काल को,
कुहासो के कोहराम में
पल पल बीनते जाल को,
जीवन बूझते अलाव की तरह
बंद कर दिया है गर्मी देना,
पावरोटी नुमा रिश्तेनाते
किसी नायिका की औठ पर
चिपके लिपिस्टिक की तरह
दिखा जाती है अपनी असलियत
पानी के मात्र एक छींटे से,
हो हंगामा बन गयी है हुमारी पहचान
पर नही बना पाती है पैठ
किसी के भीतर चिरंतर
बर्फीली सर्द में भी गर्म है वातावरण
विप्लवी केंडील-मार्च से........
समय
ReplyDeleteसमय कालीरूपा तयकर
चुनौती दे रहा काल को,
कुहासो के कोहराम में
पल पल बीनते जाल को,
जीवन बूझते अलाव की तरह
बंद कर दिया है गर्मी देना,
पावरोटी नुमा रिश्तेनाते
किसी नायिका की औठ पर
चिपके लिपिस्टिक की तरह
दिखा जाती है अपनी असलियत
पानी के मात्र एक छींटे से,
हो हंगामा बन गयी है हुमारी पहचान
पर नही बना पाती है पैठ
किसी के भीतर चिरंतर
बर्फीली सर्द में भी गर्म है वातावरण
विप्लवी केंडील-मार्च से........