सूबे की सरकार ने भले ही महिलाओं को पंचायत में 33
फीसदी आरक्षण देकर उन्हें राज्य के विकास में भागीदार बनाने का प्रयास किया हो,पर
मधेपुरा जिले में कई दबंग उनके मंसूबे पर पानी फेरने में लगे हुए हैं.
मुरलीगंज
प्रखंड के पोखराम परमानंदपुर पंचायत की मुखिया पूनम देवी और उसके पति रंजीत कुमार
इन दिनों पंचायत का काम छोड़कर जान बचाने के लिए जगह-जगह गुहार लगा रहे हैं.पूनम
देवी को इन दिनों गाँव के दबंगों की धमकियां मिल रही है.पंचायत चुनाव के दौरान ही
रंजिश उपजी थी और विरोधी इन्हें और इनके परिवार को जान से मार देने की धमकियाँ दे
रहे हैं.लगातार धमकियों से खौफ खाई पूनम देवी ने सुरक्षा के लिए पहले जिलाधिकारी
के जनता दरबार और फिर एसपी के जनता दरबार में गुहार लगाई.सुरक्षा का आश्वासन तो
मिला पर आगे क्या होता है ये शायद कोई नहीं जानता है.डरी-सहमी मुखिया पंचायत का
काम भी अछे ढंग से नहीं कर पाती है और जाहिर सी बात है पोखराम पंचायत का विकास इन
दिनों बाधित चल रहा है.पंचायत कई वर्षों से अशांत चल रहा है और यहाँ कई हत्याएं भी
हो चुकी है.ऐसे में पूनम देवी का डर स्वाभाविक ही है.
सरकार
द्वारा महिलाओं को पंचायत के प्रतिनिधित्व में सिर्फ आरक्षण देना ही काफी नहीं
है.जब तक सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करती है, तब तक महिलाओं को
राज्य के विकास में भागीदार बनाना मुश्किल लगता है.
महिला मुखिया को परिवार समेत जान से मारने की धमकी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 15, 2012
Rating:

No comments: