बिलखते रह गए पति-पत्नी-बच्चे, नहीं पहुंची ‘हुजूर’ तक आवाज

संवाददाता/29/09/2012
मधेपुरा की नीतीश की सभा में व्यवस्था ही कुछ ऐसी थी कि पीडितों का हुजूर तक पहुंचना मुश्किल था. हालाँकि कुछ पीडितों की मुश्किलों को राहत तब मिली, जब हुजूर खुद चलकर डी-एरिया में आ गए.पर बहुत से पीड़ित रह भी गए जिनकी आवाज मुख्यमंत्री तक नहीं पहुँच सकी. मधेपुरा प्रखंड के धुरगाँव का चन्दन और उसकी पत्नी अपनी बेटी की बीमारी से दुखी है. पोलियोग्रस्त बेटी के इलाज के लिए पहले चन्दन और उसकी पत्नी डीएम के जनता दरबार भी जा चुके हैं,पर निरर्थक. इस बार हुजूर के आने के बारे में जाना तो पहुँच गए बी.एन.मंडल स्टेडियम.पर पहले तो सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया और जब कार्यक्रम समाप्ति पर जब तक चन्दन अपनी पत्नी और पीड़ित बेटी को लेकर डी-एरिया में घुसा, तब तक हुजूर जा चुके थे. उनकी आस यहाँ भी टूट गयी.
   माँ-बाप को रोता देखा तो बेटी भी रोने लगी.भटकता परिवार कभी इधर तो कभी उधर.पर क्रंदन की आवाज एक बार फिर निरर्थक साबित हुई.
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1 comment:

  1. ye sambhav nahi ki CM sab ke pas pahunch jayein--janta darbar ke tam jham ke bajai CM ko ek team rakhni chahiye jo logon ki madad kar sake..iske liye logon ko e mail id aur postal address dena chahiye, jahn pe log complain bhej sake .aur CM ki team uspe kam kar sake.

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