क्या नए प्रतिकुलपति निकाल पायेंगे वि० वि० को दलालों के चंगुल से?

 रूद्र ना० यादव/२७ अप्रैल २०१२
नवनियुक्त प्रतिकुलपति ने डा० दिनेश प्रसाद सिन्हा ने मंडल विश्वविद्यालय में अपने योगदान के बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और पदाधिकारियों से मुलाक़ात करने के बाद उन्हें यह आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय की सभी समस्याओं को मिलजुलकर दूर किया जाएगा.उन्होंने पढाई, परीक्षा और परीक्षाफल तीनों समय से करवाने हेतु हर संभव प्रयास करने की भी बात कही.जेपी विश्वविद्यालय छपरा से स्थानांतरित होने के बाद डा० सिन्हा ने मंडल विश्वविद्यालय के प्रो० वीसी के रूप में बुधवार को अपना योगदान दिया.कल और आज विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लिए यदि यहाँ संसाधन की कमी है तो उसे भी दूर करने के लिए बात की जायेगी.
   नवनियुक्त प्रतिकुलपति के शुरुआती कदम से विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी भले ही काफी उत्साहित दिख रहे हैं,मगर विश्वविद्यालय के जानकार बताते हैं कि कई वर्षों से दलालों का अड्डा बन चुके मंडल विश्वविद्यालय में लूट का इतिहास काफी धनी है.ऐसे में यहाँ किसी के लिए भी अपने दामन को बेदाग़ रख पाना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है.
क्या नए प्रतिकुलपति निकाल पायेंगे वि० वि० को दलालों के चंगुल से? क्या नए प्रतिकुलपति निकाल पायेंगे वि० वि० को दलालों के चंगुल से? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 27, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. apne comments ke liye maafi chahunga...Agar photo wale sahab Pro VC hai toh unko shirt thik se pehnna chahiye

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